लखनऊ, 8 दिसंबर 2025:
बिहार सरकार में कैबिनेट मंत्री एवं यूपी में जनता दल यूनाइटेड के प्रभारी श्रवण कुमार सोमवार को लखनऊ पहुंचे। उन्होंने प्रदेश कार्यालय में जदयू पदाधिकारियों के साथ लंबी समीक्षा बैठक की। बैठक के बाद आयोजित प्रेस कॉन्फ्रेंस में उन्होंने यूपी में पार्टी की विस्तार योजना, सदस्यता अभियान और आगामी चुनावी रणनीतियों पर चर्चा की।
श्रवण कुमार ने बताया कि यूपी में जदयू का राज्यव्यापी सदस्यता अभियान आज से शुरू कर दिया गया है। इसके लिए हर जिले में प्रभारी नियुक्त कर दिए गए हैं। उनकी जिम्मेदारी नए सदस्यों को जोड़ने, बूथ स्तर पर संगठन मजबूत करने और गांवों तक पार्टी की पकड़ बढ़ाने की होगी। उन्होंने कहा कि जहां-जहां संगठन मजबूत दिखाई देगा वहां पार्टी स्थानीय चुनाव अकेले लड़ने की तैयारी में है।
अपने संबोधन में उन्होंने स्पष्ट किया कि जदयू बिहार में भाजपा सरकार की सहयोगी है लेकिन यूपी में राजनीतिक समीकरण अलग हैं। उन्होंने स्वीकार किया कि उत्तर प्रदेश में जदयू कार्यकर्ताओं के साथ कुछ अनचाही घटनाओं की जानकारी उन्हें मिली है। इस पर उन्होंने कहा कि पार्टी जल्द ही प्रदेश सरकार से आग्रह करेगी कि ऐसी घटनाओं पर रोक लगाई जाए और दोषियों पर कार्रवाई की जाए।
उनके मुताबिक यूपी में कई कार्यकर्ता निराश हैं। एनडीएम में तवज्जो नहीं मिलने को लेकर असंतोष है। इस पर पार्टी स्तर पर चर्चा की जाएगी। 2027 के यूपी विधानसभा चुनाव में जदयू भाजपा के साथ गठबंधन करने या अकेले उतरने के सवाल पर श्रवण कुमार ने सीधा जवाब देने से परहेज किया और इसे पार्टी का सामूहिक निर्णय बताया। वहीं कोडीन कफ सिरप मामले में पूर्व एमपी धनंजय सिंह का नाम आने पर उन्होंने टिप्पणी करने से दूरी बनाई।
जदयू के प्रदेश अध्यक्ष अनूप पटेल ने स्पष्ट किया कि धनंजय सिंह लोकसभा चुनाव के बाद से पार्टी से पूरी तरह दूर हैं। समीक्षा बैठक में निर्णय लिया गया कि जदयू पंचायत चुनावों में मजबूती से उतरने की तैयारी करेगा। ग्राम प्रधान, बीडीसी सहित स्थानीय निकाय पदों पर दावेदारी पेश करेगा। उन्होंने कहा कि इस समय जदयू यूपी में अपने दम पर तैयारी कर रहा है। आगे की रणनीति पार्टी उच्च नेतृत्व तय करेगा।






