
बरेली, 8 जुलाई 2025:
यूपी के बरेली जिले में संजय नगर रोड स्थित ‘आफ्टर डार्क’ नाम का कैफे तस्करी का अड्डा निकला। एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स ने कैफे मालिक की बहन व असम से ड्रग्स लेकर आई एक अन्य महिला तस्कर को गिरफ्तार किया है। कैफे मालिक व उसके भाई की तलाश की जा रही है। इनके पास लगभग आधा किलो मादक पदार्थ,क्रिप्टो करेंसी सर्वर,आईपैड, एक कार व अन्य सामान बरामद किया है।
एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स को मिला था इनपुट
कुछ दिन पूर्व नागालैंड पुलिस ने एक गोपनीय सूचना लखनऊ स्थित नारकोटिक्स हेडक्वार्टर को दी थी। इस इनपुट पर काम किया जा रहा था। पता चला कि विमोल करमाकर की पत्नी प्रियंका करमाकर बरेली में ड्रग्स की डिलिवरी करने वाली है। बरेली की एंटी नारकोटिक्स टॉस्क फोर्स के प्रभारी विकास यादव ने मोबाइल को सर्विलांस पर लगाया तो उनकी लोकेशन संजय नगर की निकली। इसका प्रयोग मेगा सिटी संजय नगर निवासी जगजीत कर रहा है।
असम की प्रियंका से पूछताछ में उजागर हुआ नेटवर्क
फोर्स ने जगजीत की लोकेशन पर छापा मारा तो वो फरार हो गया। इसके बाद एक लॉज में ठहरी प्रियंका करमाकर को पकड़ा गया। उससे पूछताछ में पूरे नेटवर्क का पर्दाफाश हो गया। प्रियंका ने बताया कि उसने 265 ग्राम अफीम व 211 ग्राम हेरोइन जगजीत के भाई गुरप्रीत व बहन सिमरन को सौंपी थी।
कैफे मालिक की बहन सिमरन घर के अंदर चला रही थी इंटरनेट कैफे, हाईटेक मशीनें मिलीं
फोर्स ने कैफे मालिक जगजीत की बहन सिमरन को गिरफ्तार कर लिया। सिमरन ने बताया कि उसका भाई जगजीत तस्करी के आरोप में पहले गुवाहाटी जेल जा चुका है। वहां जमानत के लिए जाने पर प्रियंका से दोस्ती हुई थी। सिमरन घर के अंदर एक इंटरनेट कैफे भी चला रही थी। वहां से बिटक्वाइन की माइनिंग मशीन, आईपैड, क्रिप्टो करेंसी सर्वर,दो इलेक्ट्रॉनिक कांटे डीवीडी, लैपटॉप भी बरामद किया है। इसके अलावा दोनों महिलाओं के पास से डेढ़ लाख से अधिक का कैश एक चारपहिया वाहन भी मिला है। इंटरनेट कैफे का संचालन किस मकसद से किया जा रहा था इसकी जांच भी की जा रही है। फरार जगजीत व गरप्रीत की तलाश में टीमें लगीं हैं।