
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 15 फरवरी 2025:
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने शनिवार को वाराणसी में काशी तमिल संगमम 3.0 का भव्य शुभारंभ किया। उद्घाटन समारोह में सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री एल. मुरुगन भी विशिष्ट अतिथि के रूप में शामिल हुए।

प्रतिभागी जाएंगे महाकुंभ, रामलला के दर्शन करेंगे
15 से 24 फरवरी तक चलने वाले संगमम में सीएम योगी ने दक्षिण भारत के 200 डेलीगेट्स से मुलाकात की। इस बार यह आयोजन खास है क्योंकि पहली बार प्रतिभागियों को प्रयागराज में महाकुंभ देखने अयोध्या के राम मंदिर का दौरा करने का मौका मिलेगा। उद्घाटन के मौके पर सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा काशी तमिल संगमम एक भारत श्रेष्ठ भारत के प्रधानमंत्री मोदी के विजन को आगे बढ़ाने के महायज्ञ का भाग है। इस आयोजन से उत्तर के लोग दक्षिण से जुड़ेंगे। पूरब के लोग पश्चिम से जुड़ेंगे। ये कार्य एक वक्त पर केरल से निकले शंकराचार्य ने किया था, आज वही काम पीएम नरेंद्र मोदी कर रहे हैं।
महर्षि अगस्त को समर्पित रहेगा संगमम
केंद्रीय शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान व सूचना एवं प्रसारण राज्यमंत्री एल. मुरुगन ने कहा कि काशी तमिल संगमम उत्तर और दक्षिण के संबंधों को मजबूत करने के लिए आयोजित किया गया है। इस बार महर्षि अगस्त पर आधारित पूरा कार्यक्रम आयोजित किया गया है। हमने यहां चित्र प्रदर्शनी लगाई है, उनके पूरे जीवनी को दिखाया गया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यों को दिखाया गया है। यहां आने वाले डेलिगेट्स काशी के सभ्यता और संस्कृति को सीख कर जाएंगे।
सीएम ने किया हवाई सर्वेक्षण, पूजा अर्चना की
उद्घाटन से पहले मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाकुंभ के पलट प्रवाह को देखते हुए काशी में श्रद्धालुओं की भारी भीड़ का हवाई सर्वेक्षण किया। अस्सी से नमो घाट तक के 84 घाटों पर भीड़ और यातायात व्यवस्था की समीक्षा की। काशी विश्वनाथ धाम परिसर में मौजूद भक्तों से बात कर मंदिर की व्यवस्थाएं जानी। भीड़ की व्यवस्था और सुरक्षा प्रबंधों का जायजा लेने के बाद सीएम ने काशी विश्वनाथ धाम में पूजा-अर्चना की।






