
मलप्पुरम, 7 अप्रैल 2025
केरल के मलप्पुरम जिले में शनिवार रात घर पर प्रसव के दौरान कथित तौर पर 34 वर्षीय महिला की मौत हो जाने के बाद पुलिस ने अप्राकृतिक मौत का मामला दर्ज किया।
पुलिस के अनुसार महिला का पति, जो स्वयंभू रूढ़िवादी मौलवी है, कथित तौर पर उसे अस्पताल नहीं ले गया तथा घर पर ही बच्चे को जन्म देने का विकल्प चुना।
पुलिस के अनुसार, यह अस्मा की पांचवीं डिलीवरी थी और उनमें से तीन घर पर ही पैदा हुई थीं। दंपति अपने चार बच्चों के साथ मलप्पुरम के कोडुर पंचायत में किराए के मकान में रहते थे।
अपनी पत्नी की मौत के बाद, सिराजुद्दीन ने शनिवार रात को एक एम्बुलेंस किराए पर ली और शव को एर्नाकुलम के पेरुंबवूर में उसके परिवार के पास दफनाने के लिए ले गया। हालांकि, परिवार ने मौत की प्रकृति पर संदेह जताया और पुलिस को सूचित किया। इसके बाद पेरुंबवूर पुलिस घर पहुंची और शव को पेरुंबवूर तालुक अस्पताल ले गई। पुलिस ने बताया कि अस्मा का शव सुबह-सुबह पेरुंबवूर लाया गया और उसकी मौत की परिस्थितियों की जांच शुरू कर दी गई है। पुलिस ने बताया कि जांच के तहत महिला के रिश्तेदारों के बयान दर्ज किए जाएंगे।
अधिकारियों ने बताया कि पेरुम्बवूर पुलिस प्रारंभिक जांच में सहायता कर रही है, जबकि जांच का नेतृत्व मलप्पुरम पुलिस कर रही है।
कोडुर पंचायत के उपाध्यक्ष सद्दीक पुक्कदान ने कहा कि अधिकारियों को घटना के बारे में रविवार को ही पता चला। उन्होंने कहा कि आशा कार्यकर्ताओं ने दो महीने पहले एक सर्वेक्षण के तहत महिला से संपर्क करने की कोशिश की थी, लेकिन वह घर से बाहर नहीं निकली और न ही यह बताया गया कि वह गर्भवती है। उन्होंने पति पर जानबूझकर उसे पड़ोसियों से दूर रखने का भी आरोप लगाया।