लखनऊ, 8 दिसंबर 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में एक दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। शहर के बीबीडी क्षेत्र के सालारगंज में एक महिला ने अपने लिव-इन पार्टनर इंजीनियर सूर्य प्रताप सिंह (34) की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। हैरान करने वाली बात यह रही कि वारदात के बाद महिला रत्ना और उसकी दोनों बेटियां लगभग दस घंटे तक उसी घर में शव के साथ मौजूद रहीं। सोमवार को रत्ना ने खुद पुलिस को कॉल कर हत्या की सूचना दी।
पुलिस के अनुसार देवरिया निवासी सूर्य प्रताप सिंह एवरेडी कंपनी में एक्जीक्यूटिव इंजीनियर थे। लखनऊ के जानकीपुरम में परिवार के साथ रहते थे। कुछ साल पहले उन्होंने अपने घर के पास रहने वाली रत्ना की दो बेटियों जाह्नवी (18) और अनुष्का (14) को ट्यूशन पढ़ाना शुरू किया। रत्ना के पति की मृत्यु करीब छह वर्ष पहले हो चुकी थी। इसी दौरान सूर्य और रत्ना के बीच नजदीकियां बढ़ीं और परिवारों के विरोध के बावजूद दोनों ने लिव-इन में रहने का फैसला किया। दो साल पहले वे किराए के मकान में शिफ्ट हो गए।

छानबीन में पता चला कि पिछले कुछ समय से सूर्य और रत्ना के बीच लगातार विवाद बढ़ रहे थे। रविवार रात भी दोनों के बीच किसी बात को लेकर तीखी कहासुनी हुई। पुलिस जांच में सामने आया कि झगड़े के बाद गुस्से में रत्ना ने अपनी बेटियों के साथ मिलकर सूर्य पर हमला किया। रात करीब 11 बजे चाकू से गले पर वार कर उसकी हत्या कर दी गई। हत्या के बाद तीनों ने शव को कमरे में छोड़ दिया और दूसरे कमरे में रातभर बैठे रहे।
सोमवार सुबह रत्ना ने अचानक पुलिस को कॉल कर सच बताया। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस, फोरेंसिक टीम और डीसीपी मौके पर पहुंचे। घर के अंदर खून से लथपथ शव देखकर अधिकारियों ने घटनास्थल की बारीकी से जांच की और कई अहम साक्ष्य जुटाए। आरोपी महिला और उसकी दोनों बेटियों को मौके से ही हिरासत में ले लिया गया।
इसी दौरान मृतक के पिता नरेंद्र सिंह भी घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने रत्ना पर गंभीर आरोप लगाते हुए दावा किया कि उसने दोनों बेटियों के साथ मिलकर उनके बेटे को पकड़कर गिराया और गला रेतकर मौत के घाट उतार दिया। पुलिस ने शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया है और सभी तीनों आरोपियों से लगातार पूछताछ जारी है।
बीबीडी थाना पुलिस का कहना है कि प्रारंभिक तथ्यों, बयान और बरामद साक्ष्यों के आधार पर आगे की कानूनी कार्रवाई की जा रही है। मृतक के परिवार और स्थानीय लोगों में इस हत्या को लेकर गहरा आक्रोश है। मामले ने घरेलू विवाद, लिव-इन संबंधों और मानसिक तनाव जैसे सवालों को एक बार फिर सामने ला दिया है।






