लखनऊ, 11 अप्रैल 2025:
लखनऊ यूनिवर्सिटी बीते कुछ दिनों से छात्रों के बीच वर्चस्व की लड़ाई का मैदान बन गया है। अराजक छात्रों की हरकतों से अन्य छात्र भी परेशान हैं। कुलपति आवास का घेराव और बीती रात आईटी चौराहे पर छात्रों का आक्रोश दिखाई दिया। प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने हमलावरों के हाथों में पिस्टल होने की बात कही वहीं पुलिस के रवैये पर भी सवाल उठाए। फिलहाल अभी तनाव खत्म करने का कोई हल नहीं निकल सका है।
हॉर्न बजाने को लेकर शुरू हुए विवाद में अराजक छात्रों ने हॉस्टल में बरपाया था कहर
विवाद की शुरुआत लखनऊ यूनिवर्सिटी के हबीबुल्ला हॉस्टल से बुधवार को हुई थी। यहां अपने दोस्त से मिलने आये छात्रों ने गाड़ियों का लगातार हॉर्न बजाया तो किसी ने एतराज कर दिया। इसी के बाद बखेड़ा खड़ा हो गया। उपद्रवी छात्रों के गुट ने हंगामा बरपा दिया जो छात्र जहां मिला उसे पीट डाला गया। लगभग दो घण्टे तक भय और अफरातफरी का माहौल बना रहा। इसमे सुभाष हॉस्टल के छात्र भी चपेट में आ गए। नाराज छात्रों ने कुलपति के सामने अपनी मांगे रखीं। कहा कि हॉस्टल में वाहनों का प्रवेश प्रतिबंधित किया जाए।
फिर से हमला होने पर भड़के छात्रों ने जाम किया था आईटी चौराहा
बात यहीं खत्म नहीं हुई गुरुवार की शाम हॉस्टल के छात्र आईटी चौराहे पर मौजूद थे तो एक बार फिर से उन्हें निशाना बनाकर एक गुट ने हमला कर दिया। इस हमले के खिलाफ ही तमाम छात्रों ने आईटी चौराहे पर रोड जाम कर प्रदर्शन शुरू कर दिया। आधा घण्टे तक चले प्रदर्शन में छात्रों ने पुलिस को हमले में आये जख्म दिखाए बताया कि पिस्टल की बट से वार किए गए है। अगर पुलिस पहले ही कार्रवाई कर देती तो हमलावरों की हिम्मत न बढ़ती। फिलहाल यहां से छात्र फिर कुलपति आवास के बाहर पहुंचे और घेराव कर दिया। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा दिया तब छात्र शांत हुए।
सतर्कता नहीं बरती तो फिर हो सकता है उत्पात
इस पूरे हंगामे में खुफिया एजेंसियों की नाकामी भी सामने आई है। यूनिवर्सिटी में हर बात से वाकिफ रहने वाली एलआईयू को पूरे बवाल की भनक नहीं लगी। फिलहाल कुछ अराजक छात्रों के उत्पात से सामान्य छात्र जो सिर्फ पढ़ाई ही करना चाहते हैं, उनमे आक्रोश है ऐसे में फिर कोई मामूली झड़प भी हिंसक रूप ले सकती है।