
लखनऊ,22 फरवरी 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में दहेज लोभी परिवार के अरमान पर खुद्दार बेटी ने शादी के मण्डप के नीचे ही पानी फेर दिया। हुआ यूं कि खेती किसानी करने वाले पिता ने बेटी की शादी का शानदार इंतजाम किया। तय दहेज भी जुटाकर मैरिज लॉन बुक किया। बारात आ गई, रस्में शुरू हुईं ऐन फेरों के वक्त दूल्हे ने पांच लाख कैश और कार देने की डिमांड रख दी। हतप्रभ पिता ने मिन्नतें कीं लेकिन दूल्हे राजा नहीं पसीजे। पिता को गिड़गिड़ाते देख दुल्हन बनी बेटी ने दूल्हे के अंदाज में ही अपना शादी न करने का फैसला सुना दिया। दूल्हा अपनी जिद और मायूस बारातियों के साथ वापस लौट गया।
जयमाल बाद दूल्हा दुल्हन ने साथ खाया खाना
ये पूरा घटनाक्रम दुबग्गा क्षेत्र के बरावन कला स्थित नटबीर पैलेस में गुरुवार की रात घटा। बरावन कला गांव में रहने वाले किसान ने अपनी बेटी की शादी मुबारकपुर में तय की थी। दूल्हा एक फार्मा कम्पनी में काम करता है। गुरुवार की रात नटबीर पैलेस में बारात पहुंची। आवभगत होने के बाद बारातियों ने दावत उड़ाई वहीं इधर शादी की रस्में चलतीं रहीं। जयमाल के बाद दूल्हा-दूल्हन ने भी साथ में खाना खाया। सब कुछ ठीक ठाक चलते देख किसान पिता भी खुश था।
वर पक्ष को मनाने की हर मुमकिन कोशिश करता रहा पिता
रंग में भंग उस समय पड़ा जब फेरों की रस्म की बारी आई। सजी धजी दुल्हन अपने नए घर जाने का ख्वाब देख रही थी। यहां दूल्हा बने युवक ने सबके बीच ही पांच लाख नकद और एक कार देने की मांग रख दी। यही नहीं उसने इस बात की भी जिद पकड़ ली कि शादी मांग पूरी होने के बाद ही होगी। अचानक रखी गई इस मांग से वधू पक्ष के लोग अचरज में थे तो पिता भी हतप्रभ रह गया। उसने दूल्हे और उसके परिवार को इज्जत की दुहाई देकर सबको मनाने की हर मुमकिन कोशिश की लेकिन कामयाबी नहीं मिली।
दुल्हन बोली-नहीं जाना ऐसे लोगों के घर
अब तक खामोशी से पूरा नजारा देख रही दुल्हन को पिता का हाल और वर पक्ष का रवैया देखकर गुस्सा आ गया। दुल्हन ने फटकार लगाते हुए वर पक्ष को अपना फैसला भी सुना दिया। उसने शादी कर ऐसे घर मे जाने से इनकार कर दिया। दूल्हे की जिद पर उसका फैसला इतना भारी पड़ा कि बारात को बिना दुल्हन के ही लौटना पड़ा। इस दौरान नशे में रहे कुछ बारातियों ने वधू पक्ष से अभद्रता भी की लेकिन अनचाहे मेहमान की तरह उन्हें भी बेइज्जत होना पड़ा। फिलहाल जिसने भी ये बात जानी और मंजर देखा उसने अपने अपने तर्क देकर दुल्हन के फैसले की तारीफ ही की।





