
लखनऊ, 12 अगस्त 2025:
यूपी की राजधानी लखनऊ में मेट्रो रेल सेवा के विस्तार की दिशा में बड़ा कदम उठाया गया है। केंद्रीय कैबिनेट ने मेट्रो के फेज-1बी के तहत चारबाग से वसंतकुंज को जोड़ने वाले ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर को मंजूरी दे दी है। अब निर्माण कार्य के लिए टेंडर प्रक्रिया जल्द शुरू होगी।
मार्च 2024 में इस परियोजना की डीपीआर को राज्य सरकार से मंजूरी मिली थी। इसके बाद जुलाई 2024 में नेटवर्क प्लानिंग ग्रुप (NPG) और मई 2025 में पब्लिक इन्वेस्टमेंट बोर्ड (PIB) ने हरी झंडी दी थी। इस परियोजना की अनुमानित लागत 5801 करोड़ रुपये है।

11.165 किलोमीटर लंबा रूट, 12 स्टेशन
चारबाग से वसंतकुंज तक प्रस्तावित रूट की कुल लंबाई 11.165 किमी होगी, जिसमें 4.286 किमी एलिवेटेड और 6.879 किमी भूमिगत सेक्शन होगा। इस कॉरिडोर में 7 भूमिगत और 5 एलिवेटेड स्टेशनों समेत कुल 12 स्टेशन होंगे।
भूमिगत स्टेशन : चारबाग, गौतम बुद्ध नगर, अमीनाबाद, पांडेयगंज, सिटी रेलवे स्टेशन, मेडिकल चौराहा, चौक
एलिवेटेड स्टेशन : ठाकुरगंज, बालागंज, सरफराजगंज, मूसाबाग, वसंतकुंज
पुराने लखनऊ को मिलेगी सीधी कनेक्टिविटी
ईस्ट-वेस्ट कॉरिडोर पुराने लखनऊ के घनी आबादी वाले क्षेत्रों जैसे अमीनाबाद, चौक, ठाकुरगंज आदि को जोड़ेगा। साथ ही यह सिटी रेलवे स्टेशन और केजीएमयू मेडिकल कॉलेज को भी मेट्रो नेटवर्क में जोड़ेगा, जिससे रोजाना लाखों यात्रियों को सुविधा मिलेगी। वसंतकुंज जैसे तेजी से विकसित हो रहे इलाकों तक भी मेट्रो पहुंच जाएगी।
मौजूदा नेटवर्क से इंटरचेंज
यह कॉरिडोर लखनऊ मेट्रो के मौजूदा नॉर्थ-साउथ कॉरिडोर के चारबाग स्टेशन से जुड़कर इंटरचेंज की सुविधा देगा। इससे मौजूदा 23 किमी लंबा नेटवर्क बढ़कर 35 किमी हो जाएगा।

पांच साल में पूरा होगा काम
यूपी मेट्रो रेल कॉरपोरेशन (UPMRC) के प्रबंध निदेशक सुशील कुमार ने कहा कि इस विस्तार से शहर को सुगम, सुरक्षित और विश्वस्तरीय शहरी परिवहन मिलेगा। परियोजना को 5 वर्षों में पूरा करने का लक्ष्य है और कोशिश रहेगी कि इसे तय समय से पहले जनता को सौंपा जाए। वर्तमान में लखनऊ मेट्रो अमौसी (सीसीएस) एयरपोर्ट से मुंशीपुलिया के बीच 21 स्टेशनों पर संचालित हो रही है।






