
मयंक चावला
मथुरा, 10 जुलाई 2025:
यूपी के मथुरा के गिरिराज नगरी गोवर्धन में आज हजारों वर्षों से चली आ रही विश्वविख्यात मुड़िया शोभायात्रा बड़ी श्रद्धा और भक्ति के साथ निकाली गई। चकेलेश्वर स्थित राधा श्याम सुंदर मंदिर से प्रारंभ हुई इस शोभायात्रा ने हरदेव जी मंदिर, दानघाटी मंदिर, बड़ा बाजार होते हुए मुड़िया आश्रम तक पूरे परिक्रमा मार्ग को भक्ति रस में सराबोर कर दिया।

शोभायात्रा की अगुवाई मुड़िया संत रामकृष्ण दास जी महाराज ने की। ढोल-मृदंग की थाप पर झूमते-गाते संतों और श्रद्धालुओं का उत्साह देखने लायक था। यह यात्रा न केवल भक्ति का प्रदर्शन थी, बल्कि गुरु परंपरा और सेवा भाव की अनूठी मिसाल भी रही।
सनातन गोस्वामी जी की स्मृति से जुड़ी है परंपरा
मुड़िया परंपरा का ऐतिहासिक महत्व बताते हुए संत रामकृष्ण दास जी महाराज ने कहा कि यह परंपरा श्रीपाद सनातन गोस्वामी जी महाराज की स्मृति से जुड़ी है, जब उनके शिष्यों ने सिर मुंडवाकर गिरिराज महाराज की परिक्रमा करते हुए उन्हें विदाई दी थी। तभी से गुरु पूर्णिमा के अवसर पर यह भव्य शोभायात्रा निकाली जाती है।

भक्ति, श्रद्धा और संत परंपरा का जीवंत प्रदर्शन
आज की शोभायात्रा में श्रद्धालुओं की अपार भीड़ उमड़ी और पूरे ब्रज क्षेत्र में अध्यात्मिक चेतना का संचार हुआ। यह आयोजन एक बार फिर ब्रज की भक्ति परंपरा और संत संस्कृति की जीवंतता का प्रतीक बन गया।






