
लखनऊ/मथुरा, 23 जून 2025:
राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने प्रतिबंधित नक्सली संगठन सीपीआई (माओवादी) को तकनीकी सहायता देने के आरोप में मथुरा निवासी विशाल सिंह को गिरफ्तार किया है। दिल्ली से पकड़े गए विशाल के पास से कई इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस, मोबाइल फोन और आपत्तिजनक सामग्री बरामद हुई है।
विशाल पर आरोप है कि उसने बिहार के छकरबंदा और पंचरुखिया वन क्षेत्र में नक्सली नेताओं को राष्ट्रविरोधी गतिविधियों के लिए ड्रोन मुहैया कराए। संगठन के अन्य कैडरों को तकनीकी प्रशिक्षण भी दिया। इतना ही नहीं, वह संगठन की केंद्रीय समिति के साथ हुई बैठकों में भी भाग ले चुका है।
एनआईए के अनुसार विशाल सिंह प्रतिबंधित संगठन के उत्तरी क्षेत्रीय ब्यूरो (एनआरबी) को फिर से सक्रिय करने की साजिश का हिस्सा था। यह माओवादी मॉड्यूल अपने घटते प्रभाव को फिर से मजबूत करने की कोशिश में लगा था।
इस मामले की जड़ें अगस्त 2023 में तब सामने आई थीं, जब यूपी एटीएस ने बलिया से तारा देवी, लल्लू राम, सत्य प्रकाश, राममूरत और विनोद साहनी समेत पांच नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। बाद में यह मामला एनआईए को सौंपा गया।
एनआईए ने अगस्त 2024 में हरियाणा से अमन सिंघल को गिरफ्तार किया था, जो हरियाणा और पंजाब राज्य आयोजन समिति (SOC) का प्रभारी था। उसी से मिले सुरागों के आधार पर विशाल सिंह की गिरफ्तारी संभव हो सकी। जांच एजेंसी अब बरामद इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों की फॉरेंसिक जांच कर रही है, जिससे संगठन की और भी गतिविधियों का खुलासा हो सकता है।






