
संतोष देव गिरि
मिर्ज़ापुर, 13 जनवरी 2025 :
यूपी और केंद्र की भाजपा सरकार में सहयोगी केंद्रीय राज्यमंत्री एवं मिर्ज़ापुर से सांसद अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल (एस) को तगड़ा झटका लगा है। पार्टी के नेता एवं पूर्व सांसद पकौड़ी लाल कोल ने अपना दल (एस) छोड़ने की घोषणा कर दी है।

कोल समाज की बैठक में किया ऐलान
पूर्व सांसद ने रविवार को मिर्ज़ापुर के पटेहरा क्षेत्र के दीपनगर स्थित आवास पर कोल समाज की बैठक में अपना दल से अलग होने का ऐलान किया। उन्होंने ‘विंध्य समता मूलक समाज पार्टी’ बनाने की बात कही है।
उनका कहना है कि अलग संगठन बनाए बिना कोल समाज का विकास नहीं हो पाएगा। उन्होंने यह भी कहा है कि अभी वे लोगों से राय ले रहे हैं। इसके बाद कार्रवाई शुरू करेंगे। दल के नाम के सवाल पर उन्होंने कहा है कि हमारी पार्टी का नाम ‘विंध्य समता मूलक समाज पार्टी’ होगा। मालूम हो कि राबर्ट्सगंज, सोनभद्र से अपना दल (एस) के पूर्व सांसद पकौड़ी कोल मिर्ज़ापुर के कुबरी पटेहरा गांव के रहने वाले हैं।
दल बनाने के ऐलान के बाद उठने लगे सवाल
पूर्व सांसद पकौड़ी कोल द्वारा नये दल के गठन का ऐलान किए जाने के बाद आरोप प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है। कुछ लोगों का कहना है कि अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष और केंद्रीय राज्यमंत्री अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल ने इनको (पकौड़ी कोल) और इनके परिवार को राजनीतिक रूप से बहुत कुछ दिया है। इन्हें सांसद बनाया और बेटे (स्व. राहुल कोल) को विधायक बनाया। एक बेटे को प्रमुख बनवाया और बहू (स्व. राहुल कोल की पत्नी) को भी विधायक बनवाया है। ऐसे में अपने समाज की भलाई का इन्हें इतना ही ख्याल रहा तो क्यों नहीं समाज के किसी और व्यक्ति को प्रमुख और विधायक बनवाने की पहल की?
लोकसभा चुनाव में बहू को टिकट मिलने से थे नाराज
कुछ लोगों का कहना है कि पिछले लोकसभा चुनाव में राबर्ट्सगंज, (सोनभद्र) क्षेत्र से उनकी बहु रिंकी कोल को टिकट मिला तो बगावत की सुगबुगाहट शुरू कर दिए गए थे। अब दुबारा कर रहे हैं। ऐसे में पकौड़ी कोल के इस बदले हुए सुर और पैंतरे के मायने निकाले जाने लगे हैं।
पकौड़ी कोल का विवादों से रहा है नाता
पूर्व सांसद पकौड़ी कोल का विवादों से गहरा नाता रहा है। अपने गांव में ग्राम समाज की जमीन पर कब्जा किए जाने का भी आरोप लग चुका है। इसमें तहसील प्रशासन को हलफनामा देकर ग्राम समाज की जमीन को अतिक्रमण मुक्त करने का भरोसा दिलाया था। लेकिन जमीन मुक्त नहीं हो पाई। इसी प्रकार अपने बेटे के विधानसभा क्षेत्र छानबे में मंच से वर्ग विशेष के बारे में आपत्तिजनक बातें कहने पर पूर्व सांसद का विरोध भी हुआ था।
अपना दल के लिए परेशानी बनेंगे पकौड़ी कोल!
पूर्व सांसद पकौड़ी कोल के कदम को अपना दल (एस) के लिए परेशानी के तौर पर भी देखा जा रहा है। अपना दल (एस) में पकौड़ी कोल और उनके ऐलान को लेकर चर्चा शुरू हो गई है। पार्टी से जुड़े हुए लोगों की मानें तो अपना दल (एस) ने इनके परिवार को ऊंचाई दी ह। इस बात की भी चर्चा हो रही है कि केंद्रीय राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल और कैबिनेट मंत्री आशीष पटेल के लिए सबसे बड़ी मुश्किल अब यह है कि अब उनके ही घर (मिर्ज़ापुर) में एक और मोर्चा (दल) उनके खिलाफ खोला जा रहा है।






