DelhiNational

78 साल बाद रेल नक्शे से जुड़ा मिजोरम… बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन तैयार, पीएम करेंगे शुभारंभ

अमित मिश्र

नई दिल्ली/मिजोरम, 1 सितंबर 2025 :

भारत का उत्तर पूर्वी राज्य मिजोरम का रेल सेवा से जुड़ने का 78 साल लंबा इंतजार खत्म हो गया है।इंजीनियरिंग के चमत्कार से मिजोरम की राजधानी आइजोल को असम और देश के अन्य हिस्सों से जोड़ने के लिए बैराबी सैरांग रेलवे लाइन बनकर तैयार है। 48 सुरंग और 142 ब्रिज, 8000 करोड़ लागत की लागत से तैयार इस लाइन पर एक ऐसा भी ब्रिज है जो दिल्ली के कुतुबमीनार से भी ऊंचा है। पीएम मोदी 13 सितंबर को इसका शुभारंभ करेंगे।

परियोजना पर खर्च हुए 8 हजार करोड़, असम के सिलचर व देश के अन्य हिस्सों से जुड़ा सम्पर्क

भारतीय रेलवे दुनिया का चौथा सबसे बड़ा रेल नेटवर्क है और देश के कोने-कोने में फैला है। लेकिन उत्तर पूर्व का राज्य मिजोरम अब तक रेल सेवा से नहीं जुड़ा है। हालांकि, अब मिज़ोरम की राजधानी आइज़ोल आज़ादी के बाद पहली बार भारतीय रेल नेटवर्क से जुड़ने के लिए तैयार है। क्योंकि, 8,000 करोड़ रुपये से ज़्यादा की लागत से बनी बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन जल्द ही शुरू होने वाली है। 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन को भारतीय रेलवे की इंजीनियरिंग का चमत्कार माना जा रहा है। ये लाइन असम के सिलचर शहर के साथ देश के अन्य हिस्सों से आइजोल को कनेक्टिविटी देगी।

पहाड़ों को चीरकर इंजीनियरों ने 48 सुरंगें,142 ब्रिज तैयार किए

बैराबी-सैरांग रेल लाइन आइज़ोल से 12 किलोमीटर दूर स्थित है। यह रेल लाइन दो प्लेटफार्मों, तीन पटरियों और आधुनिक सुविधाओं के साथ आइज़ोल के लिए रेल गेटवे का काम करेगी। 51.38 किलोमीटर लंबी बैराबी-सैरांग रेलवे लाइन के कारण आइज़ोल और असम के सिलचर के बीच सड़क मार्ग से यात्रा का समय सात घंटे से घटकर ट्रेन से सिर्फ़ 3 घंटे रह जाएगा। इस रेल मार्ग में कुल 48 सुरंगें (12.8 किमी), 55 बड़े और 87 छोटे पुल बने हैं। खास बात यह है कि पुल संख्या 196 की ऊंचाई 104 मीटर है, जो दिल्ली के कुतुब मीनार से भी ऊंचा है। इस रेलवे ट्रैक पर ट्रेनों की रफ्तार 100 किमी प्रति घंटा होगी।

मिजोरम की जीडीपी में भी आएगा उछाल, राज्य में उत्साह संग हो रहा मोदी का इंतजार

बैराबी-सैरांग रेल लाइन, आर्थिक दृष्टि से मिजोरम के लिए महत्वपूर्ण है। क्योंकि, इस रेलवे लाइन के साथ मिज़ोरम की क्षेत्रीय जीडीपी सालाना 2-3 प्रतिशत की दर से बढ़ सकती है। ऐसे में 25,000 करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था वाले राज्य को हर साल 500 करोड़ रुपये की अतिरिक्त आय होगी। फिलहाल राज्य में उत्साह का माहौल है। सबको बेसब्री से उस पल का इंतजार है जब 13 सितंबर को पीएम मोदी इस रेल सेवा का शुभारंभ करेंगे।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button