नई दिल्ली, 17 अगस्त 2025
राष्ट्रीय शैक्षिक अनुसंधान एवं प्रशिक्षण परिषद (एनसीईआरटी) ने छात्रों के लिए एक विशेष मॉड्यूल जारी किया है। यह देश के विभाजन के परिणामों की व्याख्या करता है। इसमें भारत के विभाजन के लिए तीन लोगों को जिम्मेदार ठहराया गया है। इसमें कहा गया है कि मुस्लिम लीग के नेता मुहम्मद अली जिन्ना, कांग्रेस पार्टी और वायसराय लॉर्ड माउंटबेटन की वजह से देश का विभाजन हुआ। कहा गया है कि जब जिन्ना ने यह प्रस्ताव रखा, तो कांग्रेस ने इस पर सहमति जताई और माउंटबेटन ने इसे लागू किया। कहा गया है कि इसी वजह से कश्मीर मुद्दा उठा और यह देश के लिए एक नई सुरक्षा समस्या बन गया। यह भी सामने आया है कि तब से पाकिस्तान भारत पर तरह-तरह से दबाव बनाने की कोशिश कर रहा है। इस मॉड्यूल का शीर्षक “विभाजन के अपराधी” है और इसे कक्षा 6 से 8, 9 से 12 तक के छात्रों के लिए तैयार किया गया है। हालाँकि, इसे नियमित पाठ्यपुस्तकों के अलावा तैयार किया गया है।
कांग्रेस ने इस पर कड़ी आपत्ति जताई। पार्टी के वरिष्ठ नेता पवन खेड़ा ने जवाब देते हुए कहा कि इस दस्तावेज़ को फाड़ देना चाहिए क्योंकि यह पूरी तरह से झूठा है। उन्होंने याद दिलाया कि विभाजन हिंदू महासभा और मुस्लिम लीग के बीच संबंधों के कारण हुआ था। उन्होंने कहा कि आरएसएस इस देश के लिए खतरनाक है और विभाजन का विचार सबसे पहले 1938 में हिंदू महासभा ने ही फैलाया था। उन्होंने कहा कि जिन्ना ने भी 1940 में इसे दोहराया था।