
हैदराबाद, 13 जुलाई 2025
भारत के मुख्य न्यायाधीश बीआर गवई ने शनिवार को कहा कि भारतीय न्याय व्यवस्था के सामने अनूठी चुनौतियां हैं, जिनका समाधान किया जाना आवश्यक है। हैदराबाद के जस्टिस सिटी स्थित नालसार लॉ यूनिवर्सिटी के दीक्षांत समारोह में बोलते हुए उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे छात्रवृत्ति लेकर विदेश में पढ़ाई करने जाएं और परिवार पर वित्तीय बोझ न डालें।
मुख्य न्यायाधीश गवई ने कहा, “हालांकि मेरा मानना है कि कानूनी प्रणाली में गंभीर समस्याएं हैं और बड़े सुधारों की आवश्यकता है, फिर भी मुझे विश्वास है कि इस देश के लोग आगे आएंगे और आवश्यक बदलाव लाने में मदद करेंगे।” उन्होंने कहा, “हमारा देश और न्याय व्यवस्था अनोखी चुनौतियों का सामना कर रही है। मुकदमों की सुनवाई में कई बार दशकों लग जाते हैं। हमने ऐसे मामले भी देखे हैं जहाँ एक व्यक्ति विचाराधीन कैदी के रूप में वर्षों जेल में बिताने के बाद भी निर्दोष पाया गया। हमारी सर्वश्रेष्ठ प्रतिभाएँ हमारे सामने आने वाली समस्याओं का समाधान करने में मदद कर सकती हैं।”
गवई ने सलाह दी कि गुरु की तलाश करते समय, उन्हें सिर्फ़ इसलिए नहीं चुनना चाहिए कि वे अमीर, प्रसिद्ध या शक्तिशाली हैं। बल्कि, उन्हें ऐसे व्यक्ति को चुनना चाहिए जो ईमानदार, दयालु और अच्छे मूल्यों वाला हो।
तेलंगाना के मुख्यमंत्री ए. रेवंत रेड्डी और सर्वोच्च न्यायालय के न्यायाधीश पी.एस. नरसिम्हा दीक्षांत समारोह में शामिल हुए। दीक्षांत समारोह की अध्यक्षता तेलंगाना उच्च न्यायालय के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश सुजॉय पाल ने की।






