
नई दिल्ली, 17 फरवरी 2025
नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर पिछले शनिवार की शाम को हुई एक दुखद भगदड़ में कम से कम 18 लोगों की मौत हो गई। प्रारंभिक पुलिस जांच में इस दुर्घटना का कारण दो समान नाम वाली ट्रेनों के बीच भ्रम बताया गया है। दिल्ली पुलिस सूत्रों के अनुसार, यह अफरा-तफरी तब मची जब प्लेटफार्म 14 पर प्रयागराज एक्सप्रेस का इंतजार कर रहे यात्रियों ने प्लेटफार्म 16 पर प्रयागराज स्पेशल के आने की घोषणा को अपनी ट्रेन समझ लिया। अपनी ट्रेन छूट जाने के डर से कई यात्री दूसरे प्लेटफार्म की ओर भागे, जिससे भीड़भाड़ वाले स्टेशन पर भगदड़ मच गई।
ये थे मूलत: भगदड़ के कारण :
प्रारंभिक जांच से पता चलता है कि घोषणा में “प्रयागराज” नाम सुनकर यात्री घबरा गए, उन्हें यह एहसास नहीं हुआ कि यह किसी अन्य ट्रेन के लिए है।
दोनों ट्रेनों के नाम लगभग एक जैसे होने के कारण भीड़ प्लेटफार्म 16 की ओर बढ़ी और उस ट्रेन में चढ़ने की कोशिश करने लगी जिसे वे अपनी ट्रेन मान रहे थे।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने पीटीआई को बताया, “ट्रेन के नाम और प्लेटफार्म के परिवर्तन को लेकर यात्रियों में भ्रम की स्थिति थी, जिसके कारण अंततः यह हादसा हुआ।”
पुलिस सूत्रों के अनुसार, स्थिति और भी जटिल हो गई जब उस शाम प्रयागराज जाने वाली चार ट्रेनें निर्धारित थीं, जिनमें से तीन देरी से चल रही थीं।
देरी के कारण अप्रत्याशित रूप से भीड़ बढ़ गई, जिससे यात्रियों के लिए स्वतंत्र रूप से घूमना मुश्किल हो गया और भगदड़ मचने की संभावना बढ़ गई।
एक पुलिस अधिकारी ने कहा, “भीड़भाड़ वाले रेलवे स्टेशन पर लोगों के एक प्लेटफॉर्म से दूसरे प्लेटफॉर्म पर भागने से अराजकता फैल सकती है और इस मामले में गलतफहमी के कारण स्थिति घातक हो गई।”
प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि कई लोग पटरियों पर कूद गए और महाकुंभ के लिए प्रयागराज जाने वाली ट्रेनों में जबरन चढ़ गए, जिससे भगदड़ मच गई। उन्होंने यह भी दावा किया कि बढ़ती भीड़ को नियंत्रित करने के लिए कोई पुलिस कर्मी मौजूद नहीं था।
रेलवे बोर्ड ने घटना की जांच करने और सटीक कारण निर्धारित करने के लिए दो सदस्यीय उच्च स्तरीय समिति का गठन किया है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और उनकी टीम वॉर रूम से स्थिति पर बारीकी से नजर रख रही है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी सहित कई नेताओं ने पीड़ितों के प्रति संवेदना व्यक्त की तथा घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की।
भारतीय रेलवे ने जान गंवाने वालों के परिवारों को ₹10 लाख, गंभीर रूप से घायलों को ₹2.5 लाख तथा मामूली रूप से घायलों को ₹1 लाख मुआवजा देने की घोषणा की है।