एमएम खान
मोहनलालगंज (लखनऊ), 19 दिसंबर 2025:
निगोहां से होकर गुजरने वाली माइनर नहर किसानों के लिए एक बार फिर परेशानी का कारण बन गई है। गेहूं की फसल में पहली सिंचाई का समय आ गया है, लेकिन नहर में पानी छोड़ना तो दूर, इसकी साफ-सफाई भी अधूरी छोड़ दी गई है। ठेकेदार द्वारा की गई खानापूर्ति से नहर जगह-जगह झाड़ियों, कूड़े- कचरे से पटी हुई है, जिससे करीब 500 बीघा क्षेत्र की खेती प्रभावित होने की आशंका है।
स्थानीय किसानों का कहना है कि हर साल नहर की सफाई के नाम पर औपचारिकता पूरी कर दी जाती है, लेकिन वर्षों से इसमें समय पर पानी नहीं छोड़ा जाता। इस बार भी निगोहां पुलिया से सुदौली मार्ग तक और लक्ष्मी हॉस्पिटल के पास नहर की सफाई नहीं की गई है। कई जगह नहर पूरी तरह जाम पड़ी है, जिससे पानी पहुंचना मुश्किल है।

निगोहां गांव के ग्राम प्रधान अभय दीक्षित ने बताया कि निगोहां रजबहा की सफाई तो हर बार होती है, लेकिन पानी समय पर नहीं छोड़ा जाता। इस नहर से सिंचित होने वाली करीब 500 बीघा जमीन पर किसानों की निर्भरता है। पानी न मिलने से गेहूं की फसल पर सीधा असर पड़ता है।
किसान आशुतोष तिवारी और केशव ने बताया कि नहर में पानी न आने के कारण उन्होंने धान की खेती पहले ही छोड़ दी है। अब गेहूं की बुआई तो कर दी गई है, लेकिन सिंचाई के लिए पानी का इंतजार है। अगर नहर में पानी नहीं आया तो महंगे दामों पर किराए से सिंचाई करनी पड़ेगी, जिससे लागत निकालना भी मुश्किल हो जाएगा।
रघुनाथ खेड़ा गांव के पूर्व प्रधान गुलाम गौस ने कहा कि नहर की सही तरीके से सफाई न होने और समय पर पानी न छोड़े जाने से किसानों को लगातार परेशानी झेलनी पड़ रही है। वहीं किसान आनंद तिवारी ने आरोप लगाया कि ठेकेदार आधी-अधूरी सफाई कर चला गया। इसको लेकर किसान सिंचाई मंत्री और उच्च अधिकारियों से शिकायत करने की तैयारी कर रहे हैं।

निगोहां के किसान पुपुन तिवारी ने भी कहा कि नहर की सफाई सिर्फ कागजों में दिख रही है। जमीन पर हालात वही पुराने हैं। किसानों को पानी की सख्त जरूरत है, लेकिन सालों से नहर सूखी पड़ी रहती है।
इस मामले में सिंचाई विभाग के जेई रमेश चंद्र ने बताया कि निगोहां पुलिया से सुदौली मोड़ तक कस्बा क्षेत्र होने के कारण स्थानीय लोग नहर में कूड़ा-कचरा डाल देते हैं। सफाई का काम अभी जारी है और जल्द ही जेसीबी व ट्रैक्टर-ट्रॉली से नहर को पूरी तरह साफ कराया जाएगा। उन्होंने बताया कि नहरों में 30 दिसंबर तक पानी छोड़ दिया जाएगा।






