अंशुल मौर्य
वाराणसी, 2 अगस्त 2025 :
यूपी के वाराणसी स्थित अपने संसदीय क्षेत्र में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देश के किसानों के साथ काशी को कई सौगातें दीं। इस दौरान जनसभा में पहलगाम आतंकी हमले का जिक्र किया और ऑपरेशन सिंदूर की सफलता को बाबा विश्वनाथ के चरणों में समर्पित किया। पीएम ने कहा, “मैंने अपनी बेटियों के सिंदूर का बदला लेने का वचन दिया था, और महादेव के आशीर्वाद से यह वचन पूरा हुआ।”
किसान सम्मान निधि जारी की, कहा…काशी से धन जाता है तो प्रसाद बन जाता है
पीएम ने वाराणसी में सेवापुरी के बनौली स्थित कालिकाधाम में आयोजित जनसभा में शिक्षा, स्वास्थ्य, स्पोर्ट्स, टूरिज्म और कनेक्टिविटी से जुड़ीं 2 हजार करोड़ रुपये से अधिक की विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। 2,000 से अधिक दिव्यांगजन एवं वृद्धजन को सहायक उपकरणों का वितरण किया गया। जनसभा उस समय विराट किसान उत्सव में बदल गई जब पीएम ने मंच से ही किसान सम्मान निधि की 20वीं किश्त जारी की। इसके तहत 10 करोड़ किसानों के खातों में 21 हजार करोड़ रुपये हस्तांतरित किए गए। उन्होंने कहा, “जब काशी से धन जाता है, तो वह प्रसाद बन जाता है।”
बीज से बाजार तक किसानों के साथ खड़ी है सरकार
पीएम ने कहा कि भारत दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है इसलिए भारत को भी अपने आर्थिक हितों को लेकर सजग रहना है। हमारे किसान हमारे लघु उद्योग इनका हित हमारे लिए सर्वोपरि है। सरकार इस दिशा में हर प्रयास कर रही है। किसानों के जीवन में बदलाव के लिए, उनकी आय बढ़ाने के लिए, खेती पर होने वाला खर्च कम करने के लिए एनडीए सरकार पूरी शक्ति से काम कर रही है। हम बीज से बाजार तक किसानों के साथ खड़े हैं।
ऑपरेशन सिंदूर 140 करोड़ भारतीयों की एकता की जीत, महादेव का रुद्र रूप पूरी दुनिया ने देखा
पीएम ने कहा कि पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले में 26 निर्दोष लोगों की निर्मम हत्या ने पूरे देश को झकझोर दिया था। पीएम ने कहा, “उन परिवारों की पीड़ा, बच्चों का दुख, और बेटियों की वेदना ने मेरे हृदय को झकझोर दिया।” ऑपरेशन सिंदूर को जवानों के पराक्रम और 140 करोड़ भारतीयों की एकता का प्रतीक बताते हुए उन्होंने इसे काशी की जनता और बाबा विश्वनाथ के आशीर्वाद का नतीजा बताया। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान भारत के स्वदेशी हथियारों की ताकत पूरी दुनिया ने देखी है। सामने जब आतंक और अन्याय होता है, तब हमारे महादेव रुद्र रूप धारण करते हैं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान दुनिया ने भारत का यही रूप देखा है।
काशी का विकास, देश की प्रगति
पीएम मोदी ने काशी को विकास का केंद्र बताते हुए कहा कि मां गंगा के साथ-साथ यहां विकास की धारा भी अविरल बह रही है। यह पावन भूमि देश की सांस्कृतिक और आध्यात्मिक एकता का प्रतीक है। शिवभक्तों का गंगाजल लेकर बाबा का जलाभिषेक करने का दृश्य मनोरम है। डमरू की आवाज आत्मा को झंकृत करती है।” उन्होंने बाबा विश्वनाथ और मार्कंडेय महादेव के दर्शन की इच्छा जताई, लेकिन भक्तों को असुविधा न हो, इसलिए यहीं से भोलेनाथ और मां गंगा को प्रणाम किया। “हर-हर महादेव” के जयकारे के साथ मंच गूंज उठा। पीएम ने तमिलनाडु के 1 हजार साल पुराने ऐतिहासिक मंदिर का जिक्र किया, जिसे राजेंद्र चोल ने बनवाया था। उन्होंने बताया कि चोल ने गंगाजल से उत्तर और दक्षिण को जोड़ा था, जो एक भारत-श्रेष्ठ भारत का प्रतीक था। पीएम ने कहा, “मैं भी गंगाजल लेकर वहां गया और जलाभिषेक का सौभाग्य प्राप्त किया। यह देश की एकता की चेतना है, जिसने ऑपरेशन सिंदूर को सफल बनाया।”
योगी बोले…पीएम की दूरदर्शिता का लोहा पूरी दुनिया ने माना
सीएम योगी आदित्यनाथ ने कहा कि विगत 11 वर्षों में दुनिया के कई देशों ने अपना ‘सर्वोच्च नागरिक सम्मान’ प्रधानमंत्री को समर्पित किया है। लोक कल्याण और विश्व कल्याण के लिए उनकी दूरदर्शिता का लोहा आज पूरी दुनिया मानती है। यह हमारा सौभाग्य है कि देश की संसद में प्रधानमंत्री ‘अविनाशी काशी’ का प्रतिनिधित्व करते हैं। प्रधानमंत्री ने स्वयं व्यक्त किया है कि ‘काशी की आत्मा सनातन है और आत्मीयता वैश्विक है। काशी पिछले 11 वर्षों में नूतन और पुरातन के साथ ही आध्यात्मिकता और आधुनिकता के एक नए संगम के रूप में दुनिया के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है। यह पहली बार हुआ होगा, जब कोई प्रधानमंत्री अपने संसदीय क्षेत्र में 51वीं बार उपस्थित हो रहा होगा।