
नयी दिल्ली, 3 दिसम्बर 2024:
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने सहयोगी एनडीए सांसदों के साथ फिल्म ‘द साबरमती रिपोर्ट’ का विशेष प्रदर्शन देखा और इसके निर्माताओं के प्रयास की सराहना की। प्रधानमंत्री ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पूर्व में twitter ) पर फिल्म की तारीफ करते हुए लिखा, “मैं ‘द साबरमती रिपोर्ट’ फिल्म के निर्माताओं की सराहना करता हूं और इस प्रयास के लिए उन्हें बधाई देता हूं।”

फिल्म की कहानी गोधरा कांड से जुड़ी घटनाओं पर आधारित बताई जा रही है, जिसमें उन तथ्यों को उजागर किया गया है जो अब तक व्यापक स्तर पर चर्चा में नहीं आ पाए थे। प्रधानमंत्री मोदी के साथ एनडीए के कई सांसद भी इस विशेष प्रदर्शन में मौजूद रहे। उन्होंने भी फिल्म की सराहना की और इसे एक महत्वपूर्ण विषय पर आधारित बताया।

इस मौके पर गृह मंत्री अमित शाह ने भी फिल्म की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, “इस फिल्म ने देशवासियों को गोधरा कांड के असल सच से परिचित कराया और बताया कि कैसे एक पूरा इकोसिस्टम इसे छिपाने में लगा था। आज प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी और एनडीए सांसदों के साथ इस फिल्म का आयोजन किया गया है, और मैं पूरी फिल्म टीम को इस प्रशंसनीय प्रयास के लिए बधाई देता हूं।” शाह ने फिल्म के निर्माताओं और निर्देशक को इस ऐतिहासिक घटना पर आधारित सटीक चित्रण के लिए धन्यवाद दिया।
हालांकि, इस फिल्म को लेकर राजनीतिक हलकों में गर्मागर्म बहस छिड़ गई है। कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह पर निशाना साधते हुए कहा कि यह फिल्म तथ्यों को अपने तरीके से पेश करने का प्रयास है। कांग्रेस प्रवक्ताओं ने इसे चुनावी माहौल में एक एजेंडे को बढ़ावा देने का माध्यम बताया और सवाल उठाया कि क्या फिल्म की प्रस्तुति का उद्देश्य सच्चाई दिखाना है या फिर राजनीतिक फायदे के लिए एक विशेष दृष्टिकोण को आगे बढ़ाना।
विशेषज्ञों का मानना है कि ‘द साबरमती रिपोर्ट’ को लेकर जनता और राजनीतिक दलों के बीच यह विवाद लंबे समय तक चर्चा में रहेगा। जहां एनडीए इसे सत्य और न्याय के रूप में पेश कर रहा है, वहीं विपक्ष इसे चुनावी राजनीति से जोड़ रहा है। इस फिल्म के जरिए गोधरा कांड के अलग-अलग पहलुओं को सामने लाने की कोशिश की गई है, जिससे यह विषय फिर से सुर्खियों में आ गया है।
प्रधानमंत्री और गृह मंत्री की प्रतिक्रिया के बाद फिल्म की लोकप्रियता बढ़ने की संभावना है, लेकिन इसे लेकर विवादों का दौर भी जारी रहेगा। दर्शक अब यह देखने के लिए उत्सुक हैं कि फिल्म किस हद तक गोधरा कांड के तथ्यों को उजागर करती है और कैसे इसे इतिहास में दर्ज घटनाओं से जोड़ा गया है।






