राम दशरथ यादव
लखनऊ, 25 अक्टूबर 2025 :
सुशांत गोल्फ सिटी इलाके के कार्तिक गेस्ट हाउस में चार दिन पहले विद्यानगर कॉलोनी कटेरी बाग निवासी 47 वर्षीय अरुण रावत की संदिग्ध मौत के मामले में शनिवार को थाने पर भारी हंगामा हो गया। परिजनों और ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि पुलिस ने हत्या के आरोपियों को छोड़ दिया है, इसी बात को लेकर थाने के बाहर जमकर नारेबाजी होने लगी। पुलिस से नोकझोंक के बाद स्थिति हाथापाई तक पहुंच गई। पुलिस को लाठीचार्ज करना पड़ा। झड़प में कई पुलिसकर्मी व प्रदर्शनकारियों के घायल होने की जानकारी मिली है।
बता दें कि बीते मंगलवार की सुबह सुशांत गोल्फ सिटी स्थित गेस्ट हाउस के कमरे में अरुण रावत अचेत अवस्था में मिले थे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया था। शुरू में दम घुटने से मौत बताई गई थी तथा विसरा सुरक्षित किया गया था, लेकिन बुधवार देर शाम आई पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मुंह और गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टि हुई। इसके बाद मृतक के पिता रामप्रसाद की तहरीर पर अरुण के मित्र विकास रावत, पश्चिम बंगाल निवासी अमन और उसकी पत्नी विमला के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज किया गया था। तीनों को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ की थी।परिजनों का आरोप है कि पुलिस ने शुक्रवार को तीनों को हिरासत से छोड़ दिया था।
इसी के विरोध में शनिवार दोपहर परिजन और बड़ी संख्या में लोग थाने पहुंच गए और पुलिस से आरोपी को सामने लाने की जिद पर भीड़ के लोगों ने बहस शुरू कर दी। उसके बाद दोनों पक्षों में टकराव बढ़ गया और फिर थाने के अंदर ही मारपीट शुरू हो गई। पुलिस ने लाठियों से उन्हें खदेड़ना शुरू कर दिया। इस पर गुस्साए लोग भी भिड़ गए। क्राइम इंस्पेक्टर प्रदीप कुमार के सिर पर चोट लगी। इंस्पेक्टर के अलावा 6 और पुलिसकर्मी घायल हुए हैं लेकिन उन्हें मामूली चोट है। इस घटना के बाद भीड़ से 9 लोगों को हिरासत में लिया गया है। इनमें 5 पुरुष और 4 महिलाएं हैं। मामले में डीसीपी ने बताया कि थाने पर अभद्रता करने और पुलिस पर हमला करने वालों के खिलाफ सुसंगत धाराओं में अभियोग पंजीकृत कर कठोर कार्रवाई की जा रही है। फिलहाल मौके पर कानून-व्यवस्था सामान्य बताई जा रही है।






