
नई दिल्ली, 15 मई 2025
पहलगाम हमले के बाद पाकिस्तान के साथ तनाव के बीच जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा को लेकर केंद्रीय रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को श्रीनगर पहुंचे। 22 अप्रैल को काश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले में भारत व्दारा चलाए गए ऑपरेशन सिंदूर के बाद रक्षा मंत्री का यह पहला जम्मू-कश्मीर दौरा है। भारत और पाकिस्तान के बीच चार दिनों तक चले तनाव और सैन्य टकराव में जम्मू और कश्मीर सबसे अधिक प्रभावित क्षेत्रों में से एक था।
बता दे कि राजनाथ सिंह की यह यात्रा बीते बुधवार को पीएम मोदी की अध्यक्षता में कैबिनेट समिति की बैठक में भाग लेने के एक दिन बाद हुई है। बैठक में पीएम मोदी ने ऑपरेशन सिंदूर पर रोक के मद्देनजर सुरक्षा स्थिति पर चर्चा की। पीटीआई की रिपोर्ट के अनुसार सिंह के अलावा गृह मंत्री अमित शाह भी बैठक में शामिल हुए, जहां उन्होंने मौजूदा स्थिति और भारत की तैयारियों पर चर्चा की। रविवार को सिंह ने लखनऊ में ब्रह्मोस एकीकरण और परीक्षण सुविधा केंद्र का वर्चुअल माध्यम से उद्घाटन किया और कहा कि इससे रक्षा क्षेत्र में आत्मनिर्भरता की दिशा में भारत के प्रयासों को मजबूती मिलेगी।
लखनऊ में ब्रह्मोस सुविधा को उत्तर प्रदेश रक्षा औद्योगिक गलियारे (यूपीडीआईसी) के लिए गौरव की बात बताते हुए सिंह ने कहा कि इससे पहले ही लगभग 500 प्रत्यक्ष और 1,000 अप्रत्यक्ष नौकरियां पैदा हुई हैं। उद्घाटन समारोह के दौरान, सिंह ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए सशस्त्र बलों को धन्यवाद भी दिया। सिंह ने कहा, “यह पहली बार नहीं है कि भारत ने आतंकवादी हमलों का जवाब दिया है। उरी सर्जिकल स्ट्राइक, बालाकोट एयर स्ट्राइक और अब पहलगाम हमले के बाद भारत ने दुनिया को दिखा दिया है कि वह आतंकवादी हमलों का जवाब कैसे दे सकता है।” उन्होंने कहा, ‘‘हमने आतंकवाद के प्रति शून्य सहनशीलता की नीति अपनाई है… मैं सभी की ओर से ऑपरेशन सिंदूर के जरिए पाकिस्तान को मुंहतोड़ जवाब देने के लिए अपने सशस्त्र बलों को धन्यवाद देता हूं।’’
ऑपरेशन सिंदूर 7 मई को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकवादी हमले के पीड़ितों की मौत का बदला लेने के लिए शुरू किया गया था। इस हमले में 26 लोगों की जान चली गई थी।






