अमित मिश्र
प्रयागराज, 10 अगस्त 2025:
यूपी के प्रयागराज में इस बार रक्षाबंधन का त्योहार सिर्फ रंग-बिरंगी राखियों और मिठाइयों की खुशबू तक सीमित नहीं रहा। इसमें पर्यावरण संरक्षण, जवानों का साहस और जेल की सलाखों के पीछे बहते आंसुओं की अनूठी झलक भी देखने को मिली।
शहर के हरियाली गुरु प्रोफेसर एनबी सिंह ने बड़े-बड़े वृक्षों को बहन मानकर फूलों की माला से रक्षा सूत्र बांधा, टीका लगाया और आरती उतारी। उनका संदेश है कि जैसे भाई बहन की रक्षा करता है, वैसे ही हम सबको पेड़ों की रक्षा करनी चाहिए।
एक एनजीओ की महिलाओं ने इस पर्व को सुरक्षाबंधन में बदल दिया। उन्होंने SDRF के उन जाबांज जवानों को राखी बांधी, जिन्होंने हाल ही में आई बाढ़ में लोगों की जान बचाई। बहनों ने उनके साहस को सलाम किया और लंबी उम्र की दुआ की।
वहीं नैनी सेंट्रल जेल में रक्षाबंधन का दृश्य सबसे भावुक रहा। कोई बहन सात साल से जेल में बंद भाई को राखी बांध रही थी, तो किसी के लिए यह पहला अनुभव था। अपराध साबित होने से पहले ही सालों से बंद भाइयों की कलाई पर राखी बंधी, लेकिन वहां त्योहार की चहल-पहल नहीं, केवल आंखों में आंसू और दिल में भावनाओं का सैलाब था।