जम्मू, 9 अप्रैल 2025
जम्मू-कश्मीर विधानसभा परिसर में बुधवार को भाजपा सदस्यों और आप विधायक मेहराज मलिक के बीच भगवा पार्टी के खिलाफ उनकी टिप्पणी को लेकर हाथापाई हो गई। सदन की कार्यवाही स्थगित होने के तुरंत बाद मलिक मुफ्ती मोहम्मद सईद के खिलाफ अपनी टिप्पणी को लेकर पीडीपी कार्यकर्ताओं के साथ बहस में उलझ गए।
सईद के खिलाफ कथित अपमानजनक भाषा का इस्तेमाल करने पर पीडीपी कार्यकर्ता ने उन पर हमला बोल दिया। विधानसभा की सुरक्षा के लिए तैनात सुरक्षाकर्मियों ने आप विधायक और पीडीपी कार्यकर्ताओं के बीच होने वाली झड़प को रोका।
इसके बाद मलिक ने पीडीपी कार्यकर्ताओं को विधानसभा परिसर के अंदर जाने की अनुमति देने के लिए सुरक्षा विंग पर निशाना साधा। मलिक ने सुरक्षा विंग से कहा, “पुलिस अधीक्षक को मुझ पर हमला करने वाले पीडीपी कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार करना चाहिए।” उन्होंने यहां संवाददाताओं से कहा, “मैंने जो कुछ भी कहा है, मैं उससे पीछे नहीं हटूंगा। वह (सईद) मेरे लिए गद्दार है।”
उन्होंने पुलिस पर पीडीपी कार्यकर्ताओं की तरह काम करने का आरोप लगाया और कहा कि पुलिस उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई करने में विफल रही है जिन्हें विधायक पर “हमला” करने के लिए गिरफ्तार किया जाना चाहिए था।
इसके तुरंत बाद मलिक ने कथित तौर पर भाजपा और उसके नेताओं के खिलाफ कुछ टिप्पणी की, जो मौके पर मौजूद भाजपा विधायकों को पसंद नहीं आई। विक्रम रंधावा और युद्धवीर सेठी के नेतृत्व में भाजपा विधायकों की आप विधायक के साथ हाथापाई हुई। इस झड़प में मलिक एक मेज पर गिर गए जिससे मेज टूट गई, जबकि उनके साथ झड़प में एक भाजपा विधायक की शर्ट फट गई। इसके बाद मलिक को वॉच एंड वार्ड स्टाफ द्वारा सदन में ले जाया गया, उनके साथ एनसी सदस्य भी थे।
जब उन्हें सदन में ले जाया जा रहा था तो भाजपा सदस्यों ने फिर उन पर हमला करने की कोशिश की, लेकिन कुछ एनसी सदस्यों के हस्तक्षेप के बाद उन्हें रोक लिया गया। मलिक ने सदन में एनसी सदस्यों से कहा, “मैं एसपी सुरक्षाकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई चाहता हूं। मैं पीडीपी के लोगों की गिरफ्तारी चाहता हूं। मेरे खिलाफ इस युद्ध में पीडीपी और बीजेपी एक साथ हैं। मुझे किसी का समर्थन नहीं चाहिए। मैं सदन में बैठूंगा और स्पीकर से जवाब मांगूंगा।”
भाजपा सदस्यों ने दावा किया कि मलिक ने उनके नेताओं के खिलाफ असंसदीय भाषा का इस्तेमाल किया। मलिक ने इससे पहले हिंदुओं के खिलाफ कथित तौर पर कुछ अपमानजनक टिप्पणियां की थीं, जिस पर भाजपा नेताओं ने आपत्ति जताई थी।