लखनऊ, 3 मार्च 2025:
अंतर्राष्ट्रीय मंदिर प्रबंधक परिषद की ओर से आयोजित भगवा त्रिशूल यात्रा महाकुंभ होते हुए अयोध्या से यूपी की राजधानी लखनऊ पहुंची। सोमवार को लखनऊ के गोमतीनगर स्थित इंदिरा गांधी प्रतिष्ठान में एक भव्य समारोह के दौरान यात्रा का स्वागत किया गया।

इससे पहले यात्रा का स्वागत इंदिरा नहर, बीबीडी चौराहा, चिन्हट चौराहा, पॉलीटेक्निक चौराहा और हुसड़िया चौराहा सहित कई स्थानों पर श्रद्धालुओं द्वारा भगवा ध्वज लहराकर किया गया।
समारोह में जुटे संत, धर्माचार्य और मंदिर प्रबंधक
इस आयोजन में देशभर के प्रमुख मंदिर प्रबंधक, धर्माचार्य, संत समाज और हिंदू संगठनों के वरिष्ठ पदाधिकारी शामिल हुए। परिषद के कार्यकारी अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश यादव ने कहा “भगवा त्रिशूल यात्रा को मिले अपार समर्थन के लिए सभी श्रद्धालुजनों का हृदय से आभार। यह यात्रा हमारे सांस्कृतिक और आध्यात्मिक मूल्यों की शक्ति को दर्शाती है।”

भगवा त्रिशूल यात्रा का उद्देश्य
राजेश यादव ने बताया कि इस यात्रा के माध्यम से भारत के 120 प्रमुख शिवालयों में त्रिशूल प्रतिष्ठित किए जाएंगे, जिससे मंदिरों का आधुनिकीकरण और सनातन संस्कृति का पुनर्जागरण हो सके। साथ ही, मंदिरों को डिजिटल बुकिंग, लाइव दर्शन और धार्मिक पर्यटन से जोड़ा जाएगा।
परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री दीप सिहाग सिसाय ने कहा कि
“भगवा त्रिशूल यात्रा केवल शिवालयों तक सीमित नहीं है, बल्कि यह सनातन संस्कृति की पुनर्स्थापना का संकल्प है। हमारा प्रयास है कि मंदिरों को आस्था के साथ-साथ आध्यात्मिक और सांस्कृतिक जागरण का केंद्र बनाया जाए।”
समारोह में उपस्थिति रहे कई विशिष्ट व्यक्ति
आभार समारोह में विभिन्न प्रतिष्ठित संतों, मंदिर प्रबंधकों और धर्माचार्यों के अलावा भाजपा एमएलसी संतोष सिंह, भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता आलोक कुमार वर्मा, डॉ. केपी मल्ल, उत्तर प्रदेश मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के सचिव भारत सिंह, विशाल शाही, राजेश्वर सिंह, सर्वजीत चौहान, प्रशांत श्रीवास्तव, अतुल श्रीवास्तव, साकेत वर्मा, शैलेन्द्र वर्मा, संघ के विभाग कार्यवाह अमितेश सहित कई प्रमुख लोगउपस्थित रहे।
