हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 4 अगस्त 2025 :
यूपी के गोरखपुर जिले में शिव के प्राचीन मंदिरों में शामिल झारखंडी महादेव मंदिर में सावन के आखिरी सोमवार की भोर से ही श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ पड़ा। यहां भारी भीड़ को देखते हुए पुलिस में सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए है।
बता दें कि शहर के झारखंडी महादेव मंदिर में सिर्फ सोमवार नहीं शनिवार को भी भारी संख्या में श्रद्धालु जलाभिषेक करने पहुंचते है। बीती रात से ही भक्त जुटने लगे। इसके बाद भोर 4 बजे से पूजा अर्चना का सिलसिला शुरू हुआ। झारखंडी महादेव मंदिर में महाशिवरात्रि का पर्व हो या सावन का महीना, हमेशा भक्तों की कतारें लगती हैं। वहीं शिवरात्रि पर यहां बड़ा मेला लगता है। जबकि सावन में सामान्य मेला हमेशा लगा रहता है। ऐसे में यहां आने वाले भक्त भगवान शिव की पूजा अर्चना के बाद मेले का भी आनंद ले रहे हैं।
मान्यता है कि यहां सैकड़ों साल पहले जंगल हुआ करता था। यहां के जमींदार को रात में भगवान शिव का सपना आया। भगवान शिव ने बताया कि तुम्हारी जमीन में एक स्थान पर शिवलिंग है। उसकी खोदाई करवाकर वहां मंदिर का निर्माण कराओ। इसके बाद जमींदार और स्थानीय लोगों ने वहां पहुंचकर खोदाई कराई तो शिवलिंग निकला। तभी से वहां अनवतर पूजा-अर्चना हो रही है। सावन का आखिरी सोमवार कई मायनों में खास है। वैदिक गणना एवं ज्योतिष के अनुसार चार अगस्त यानी आज की एकादशी तिथि सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है। यह सोमवार मनोकामना को पूर्ण करेगा।