
मयंक चावला
आगरा, 22 जुलाई 2025:
यूपी के आगरा जिले में सगी बहनों के धर्मांतरण की साजिश में दिल्ली से पकड़े गए मास्टरमाइंड अब्दुल रहमान से पुलिस अब अपने सवालों के जवाब हासिल कर सकेगी। दीवानी कोर्ट परिसर में उसे पेश करने के बाद सीजेएम ने 10 दिन की पुलिस रिमांड मंजूर कर ली है।
बता दें, 19 जुलाई को आगरा पुलिस ने भारत में धर्मांतरण के लिए 6 देशों से होने वाली फंडिंग और कई राज्यों तक फैले इस नेटवर्क से पर्दा उठाया था। इसमें एक लड़की समेत 10 लोगों की अरेस्टिंग हुई थी। आगरा में रहने वाली दो सगी बहनें भी इस गिरोह के चंगुल से आजाद कराईं थीं। इसके बाद पुलिस गैंग के मास्टरमाइंड को तलाश कर रही थी।।इसी कड़ी में पुलिस ने दिल्ली से अब्दुल रहमान उर्फ रहमान चचा को गिरफ्तार किया था। मूल रूप से फिरोजाबाद का रहने वाला महेंद्र पाल ही धर्मांतरण कर 1990 में अब्दुल रहमान बन गया। नार्थ ईस्ट दिल्ली के दयालनगर से पकड़े गए अब्दुल के ठिकाने से रोहतक (हरियाणा) की एक लड़की को भी छुड़ाया गया था।
आगरा पुलिस ने गिरफ्तार अब्दुल रहमान को मंगलवार को सीजीएम कोर्ट में पेश किया। इससे पूर्व दीवानी परिसर को छावनी में तब्दील कर दिया गया था। पुलिस ने आरोपी की 14 दिन की रिमांड मांगी थी लेकिन कोर्ट ने 10 दिन की पुलिस रिमांड को स्वीकृति दे दी है। 10 दिन की रिमांड मिलना पुलिस की बड़ी सफलता मानी जा रही है। रिमांड के दौरान पुलिस को धर्मांतरण गिरोह के नेटवर्क और उसके आपरेटिंग सिस्टम से जुड़े लोगों के साथ ही अब तक शिकार हुए लोगों के बारे में अहम जानकारी मिल सकती है।