गोरखपुर, 29 दिसंबर 2025:
कड़ाके की सर्दी के बावजूद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का जनसमस्याओं के प्रति संकल्प सोमवार सुबह गोरखनाथ मंदिर में एक बार फिर दिखाई दिया। अपने गोरखपुर प्रवास के दौरान सीएम ने महंत दिग्विजयनाथ स्मृति भवन सभागार में आयोजित जनता दर्शन में 150 से अधिक फरियादियों की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं। उनकी परेशानियों को समझा और हर समस्या के समाधान का भरोसा दिलाया।
जनता दर्शन की शुरुआत होते ही मुख्यमंत्री स्वयं कुर्सियों पर बैठे लोगों के बीच पहुंचे। एक-एक कर हर व्यक्ति के पास जाकर न केवल शिकायतें सुनीं बल्कि आत्मीय संवाद के साथ लोगों को हिम्मत भी दी। योगी ने कहा कि घबराइए मत, सरकार आपके साथ है। हर समस्या का समाधान कराया जाएगा। किसी को परेशान होने की जरूरत नहीं है। शासन की हर योजना का लाभ समय पर और पारदर्शी तरीके से हर जरूरतमंद तक पहुंचेगा।
जनता दर्शन में भूमि विवादों और अवैध कब्जों से जुड़े कई मामलों की शिकायतें सामने आईं। इन पर सख्त रुख अपनाते हुए मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि दबंगों, माफियाओं और गरीबों को बेदखल करने वालों पर तत्काल कठोर कार्रवाई करें। उन्होंने कहा कि किसी भी व्यक्ति की जमीन पर जबरन कब्जा बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और जहां आवश्यकता हो वहां तत्काल पैमाइश कराकर विवाद का समाधान कराया जाए।

पारिवारिक विवादों से संबंधित मामलों में योगी ने संवेदनशीलता दिखाते हुए संबंधित पक्षों से संवाद और समझौते की संभावनाओं को तलाशने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे मामलों में मानवीय दृष्टिकोण अपनाते हुए दोनों पक्षों की बात सुनकर समाधान का रास्ता निकालना प्राथमिकता होनी चाहिए।
इलाज में आर्थिक सहायता मांगने वाले लोगों की गुहार पर मुख्यमंत्री ने स्पष्ट संदेश दिया कि धन की कमी किसी के इलाज में बाधा नहीं बनेगी। उन्होंने अधिकारियों को निर्देशित किया कि संबंधित अस्पतालों से उपचार खर्च का इस्टीमेट तुरंत तैयार करवाकर शासन में भेजें जिससे मुख्यमंत्री विवेकाधीन कोष से सहायता तुरंत उपलब्ध कराई जा सके।
मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को हर आवेदन को गंभीरता, पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ निस्तारित करने का आदेश दिया। उन्होंने कहा कि हर समस्या का समाधान तभी सार्थक है जब पीड़ित व्यक्ति संतुष्ट हो जाए। हमारा लक्ष्य जनता को न्याय, सुरक्षा और सम्मान की गारंटी देना है। कड़कड़ाती ठंड में भी मुख्यमंत्री योगी की इस सक्रियता और संवेदनशीलता ने लोगों में नई उम्मीद जगाई।






