
लखनऊ, 18 अक्टूबर 2025
राजधानी लखनऊ के सआदतगंज थाना क्षेत्र में एक शटरिंग कारीगर ने पेमेंट न मिलने से परेशान होकर फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मृतक के पास से पुलिस को एक सुसाइड नोट मिला है, जिसमें चार लोगों के नाम दर्ज हैं। पुलिस ने मृतक के बेटे की तहरीर पर चारों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
घटना शुक्रवार शाम करीब साढ़े 5 बजे मोहम्मदगंज बावली निवासी राधेश्याम के घर की है। जानकारी के अनुसार, राधेश्याम शटरिंग कारीगर का काम करता था और पिछले कुछ समय से पेमेंट न मिलने की वजह से मानसिक तनाव में था। घटना के वक्त उसका बेटा नीरज कुमार दुकान पर था। तभी उसकी छोटी बहन दीपिका प्रजापति ने रोते हुए फोन कर बताया कि “पापा ने फांसी लगा ली है, जल्दी घर आओ।”
नीरज जब घर पहुंचा तो उसने देखा कि उसके पिता ने कमरे में नीले बिजली के तार से फंदा लगाकर आत्महत्या कर ली है। पास में एक स्टूल गिरा पड़ा था। परिवारवालों ने मिलकर शव को नीचे उतारा और तुरंत अस्पताल ले गए, जहां डॉक्टरों ने राधेश्याम को मृत घोषित कर दिया।
पुलिस को मौके से एक सुसाइड नोट मिला, जिसमें चार लोगों एम.के. खान, रमेश मौर्या, अन्नु मिश्रा और कलीम के नाम लिखे गए हैं। पत्र में राधेश्याम ने लिखा कि इन लोगों ने उसका मेहनत का पैसा नहीं दिया और मानसिक रूप से इतना परेशान कर दिया कि उसने आत्महत्या का कदम उठाया।
नीरज ने बताया कि उसके पिता कई दिनों से कहते थे कि “ये लोग मेरा पैसा नहीं देंगे, मुझे जीने नहीं देंगे।” उसने चारों पर पिता को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है। थाना सआदतगंज के इंस्पेक्टर संतोष कुमार आर्य ने बताया कि सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया गया। सुसाइड नोट कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी गई है। मृतक के बेटे की शिकायत पर चारों आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।