
लखनऊ, 2 अक्टूबर 2025:
विजयादशमी के पावन अवसर पर यूपी की राजधानी लखनऊ में गुरुवार को दुर्गा पूजा पंडालों में परंपरागत ‘सिंदूर खेला’ की धूम रही। सुबह से ही शहर के विभिन्न पंडालों में महिलाएं एकत्र होकर मां दुर्गा को सिंदूर अर्पित करने पहुंचीं। इसके बाद एक-दूसरे की मांग में सिंदूर भरकर अखंड सौभाग्य और पतियों की लंबी आयु की कामना की।
ढोल-नगाड़ों की गूंज और देवी गीतों के बीच महिलाओं ने नृत्य करते हुए रस्म को जीवंत बना दिया। शहर के बंगाली क्लब, चारबाग की सेवाग्राम कॉलोनी, सुंदरबाग के ब्वायज एंग्लो कॉलेज, विद्यांत कॉलेज, मोतीनगर, रवींद्र पल्ली, सेक्टर-ई जानकीपुरम समेत विभिन्न स्थानों पर सजे दुर्गा पूजा पंडालों में उत्साह देखने लायक था।
मान्यता है कि यह परंपरा देवी पार्वती से जुड़ी है, जिन्होंने भगवान शिव से विवाह के बाद अपनी मांग में सिंदूर लगाया था। तब से यह लाल सिंदूर सौभाग्य, समर्पण और ऊर्जा का प्रतीक माना जाता है। विजयादशमी पर प्रतिमाओं के विसर्जन से पूर्व सम्पन्न होने वाला यह सिंदूर खेला महिलाओं के लिए मां से अखंड सौभाग्य का आशीर्वाद पाने का विशेष अवसर होता है।
लखनऊ में इस रस्म ने न केवल धार्मिक आस्था को मजबूत किया, बल्कि विजयादशमी की खुशियों को भी रंगीन बना दिया।