एमएम खान
मोहनलालगंज (लखनऊ),13 दिसंबर 2025:
राजधानी लखनऊ के मोहनलालगंज ब्लॉक की ग्राम पंचायत नटौली आज मॉडल गांव के रूप में ढलकर विकास की मिसाल बन चुकी है। पंचायत के कायाकल्प के बाद यहां बना हाईटेक ग्राम सचिवालय किसी कलेक्टर कार्यालय से कम नहीं दिखता। आधुनिक सुविधाओं से लैस इस सचिवालय की चर्चा अब प्रदेश ही नहीं, बल्कि दिल्ली तक पहुंच चुकी है।
नटौली ग्राम पंचायत में किए गए उल्लेखनीय विकास कार्यों के लिए ग्राम प्रधान को भारत सरकार द्वारा सम्मानित किया जा चुका है। वहीं पंचायत को राज्य सरकार से पुरस्कृत किए जाने का प्रस्ताव पंचायत राज विभाग ने शासन को भेजा है।
करीब साढ़े पांच लाख रुपये की लागत से बने ग्राम सचिवालय में ग्राम प्रधान, पंचायत सचिव, रोजगार सेवक, पंचायत सहायक और लेखपाल के लिए अलग-अलग सुव्यवस्थित केबिन बनाए गए हैं। यहां पंचायत राज विभाग के अंतर्गत जन सेवा केंद्र (सीएससी) का भी संचालन किया जा रहा है, जहां आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, पेंशन, राशन कार्ड सहित सभी सरकारी योजनाओं के ऑनलाइन आवेदन किए जाते हैं। ग्रामीणों को ये सभी सेवाएं मात्र 30 रुपये के नाममात्र शुल्क पर उपलब्ध कराई जा रही हैं।

ग्राम सचिवालय का हरा-भरा परिसर, आकर्षक मीटिंग हॉल और साफ-सुथरे शौचालय ग्राम सभा और समूह बैठकों का प्रमुख केंद्र बन गए हैं। सचिवालय में वाई-फाई सुविधा होने के कारण गांव के युवा और छात्र-छात्राएं भी यहां पढ़ाई के लिए पहुंचते हैं।
ग्राम प्रधान सुष्पेंद्र बहादुर सिंह के अनुसार, नटौली की करीब 3,500 की आबादी के अलावा आसपास के गांवों के लोग भी यहां सेवाएं लेने आते हैं। सीएससी से मिलने वाले शुल्क से पंचायत की आय बढ़ रही है, जिससे वाई-फाई बिल, पंचायत सहायक को प्रोत्साहन राशि और अन्य विकास कार्यों में सहयोग मिल रहा है।
सुरक्षा के लिहाज से भी नटौली पंचायत ने बड़ी पहल की है। गांव के सार्वजनिक स्थलों पर 32 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं, जिन्हें अनाउंसमेंट सिस्टम से जोड़ा गया है। ग्राम सचिवालय में बने कंट्रोल रूम से पूरे गांव की निगरानी की जा रही है, जिससे अपराध की घटनाओं में कमी आई है। इसके अलावा अपर प्राइमरी स्कूल और आरआरसी परिसर में भी 14 सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं। स्कूल में बच्चों के लिए ओपन जिम की सुविधा भी विकसित की गई है।
ग्राम सचिवालय के पास ही ग्रामीणों के लिए लाइब्रेरी और ओपन जिम का निर्माण तेजी से चल रहा है। साथ ही छायादार पार्किंग भी विकसित की जा रही है, जिससे आने वाले समय में गांव और आसपास के क्षेत्र के लोगों को और बेहतर सुविधाएं मिल सकेंगी।
फिलहाल नटौली ग्राम पंचायत का यह विकास मॉडल यह साबित करता है कि मजबूत इच्छाशक्ति, पारदर्शिता और सही योजना से गांव भी आधुनिक सुविधाओं में शहरों को पीछे छोड़ सकते हैं।






