
नई दिल्ली, 14 अगस्त 2025
देश में वोटों की हेराफेरी का मुद्दा गरमा रहा है। मालूम हो कि कांग्रेस नेता और लोकसभा में मुख्य विपक्षी दल के नेता राहुल गांधी पिछले कुछ दिनों से सनसनीखेज आरोप लगा रहे हैं कि भाजपा और केंद्रीय चुनाव आयोग ने मिलकर चुनावों में बड़े पैमाने पर धांधली की है। भाजपा ने इन आरोपों का खंडन किया है। हस्तम ने कांग्रेस की वरिष्ठ नेता सोनिया गांधी पर निशाना साधते हुए पार्टी पर जमकर निशाना साधा है। उन्होंने आरोप लगाया है कि सोनिया गांधी का नाम भारतीय नागरिकता प्राप्त करने से पहले ही मतदाता सूची में था। भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय द्वारा सोशल मीडिया पर किया गया एक पोस्ट देश की राजनीति में सनसनी मचा रहा है।
मालवीय ने कहा कि सोनिया गांधी का नाम भारतीय नागरिकता मिलने से तीन साल पहले से मतदाता सूची में था। वह इस बात से नाराज़ थे कि कांग्रेस ने एक विदेशी नागरिक सोनिया गांधी का नाम भारतीय मतदाता सूची में शामिल करके कई उल्लंघन किए हैं। इसी उद्देश्य से उन्होंने ‘X’ पर 1980 की दिल्ली की मतदाता सूची की एक तस्वीर पोस्ट की। सोनिया गांधी का नाम उस सूची में साफ़ तौर पर था, और एक विदेशी नागरिक के लिए यह कैसे संभव था? उन्होंने सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि यह पूरी तरह से नियमों के विरुद्ध और एक गंभीर गलती है।
इटली में जन्मी सोनिया गांधी ने 1968 में राजीव गांधी से विवाह किया। इसके बाद उन्होंने 30 अप्रैल, 1983 को आधिकारिक रूप से भारतीय नागरिकता प्राप्त की। हालाँकि, उनका नाम मतदाता सूची में 1980 में था, यानी नागरिक बनने से तीन साल पहले। हालाँकि, इस मामले पर विरोध के बाद 1982 में उनका नाम हटा दिया गया था। जनवरी 1983 में उन्हें पुनः बहाल कर दिया गया। मालवीय ने अपने पदेन विवरण में बताया कि उन्हें उसी वर्ष 30 अप्रैल को भारतीय नागरिकता प्रदान की गई थी।






