
लखनऊ, 10 मार्च 2025:
मथुरा में अनुसूचित जाति की लड़की के साथ हुई घटना और सांसद चंद्रशेखर पर हमले को लेकर आजाद समाज पार्टी (आसपा) और भीम आर्मी के सैकड़ों कार्यकर्ताओं ने सोमवार को लखनऊ में विधानसभा के नजदीक विरोध प्रदर्शन किया। इस प्रदर्शन के चलते हजरतगंज और आसपास के इलाकों में कई घंटों तक यातायात प्रभावित रहा, जिससे हजारों लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ा।
प्रदर्शन के चलते भारी सुरक्षा व्यवस्था
प्रदर्शन को देखते हुए पुलिस प्रशासन ने रविवार रात से ही सतर्कता बढ़ा दी थी। हजरतगंज, कैसरबाग, चारबाग समेत विभिन्न इलाकों में बैरिकेडिंग लगाई गई थी, जिससे प्रदर्शनकारियों को रोका जा सके। इसके अलावा, भारी संख्या में आरएएफ, पीएसी, रैपिड रिस्पांस फोर्स और पुलिस बल की तैनाती की गई थी।
सूत्रों के मुताबिक आसपा व भीम आर्मी प्रमुख एवं सांसद चंद्रशेखर को वाराणसी में रोक दिया गया था, जिसके कारण उनके समर्थकों में आक्रोश था। प्रदर्शनकारियों ने सरकार और प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और न्याय की मांग की।
यातायात प्रभावित, लोगों को हुई परेशानी
प्रदर्शन के कारण परिवर्तन चौक, हजरतगंज और उससे जुड़े कई इलाकों में लंबा जाम लग गया। ऑफिस जाने वाले कर्मचारी, छात्र और आम नागरिक घंटों तक फंसे रहे। पुलिस ने स्थिति को नियंत्रित करने के लिए लगातार प्रयास किए, लेकिन भीड़ के कारण आवागमन बाधित रहा।
पुलिस ने की कार्यकर्ताओं की धरपकड़
रविवार रात से ही पुलिस ने प्रदर्शन से पहले ही आसपा कार्यकर्ताओं की धरपकड़ शुरू कर दी थी। कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया ताकि प्रदर्शन को रोका जा सके, लेकिन इसके बावजूद प्रदर्शनकारी सुबह से ही सड़कों पर उतर आए। प्रदर्शन के कारण राजधानी का माहौल गर्म रहा। प्रशासन हालात पर कड़ी नजर रखे हुए है और किसी भी अप्रिय स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह मुस्तैद है।






