नई दिल्ली, 10 मई 2025
शुक्रवार को व्हाइट हाउस ने एक बार फिर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ रही सैन्य युध्द को लेकर चिंता व्यक्त की है। व्हाइट हाउस ने कहा है कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प चाहते हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष “जितनी जल्दी हो सके” कम हो। व्हाइट हाउस की प्रेस सचिव कैरोलिन लेविट की यह टिप्पणी ऐसे समय में आई है जब बुधवार की सुबह ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में नौ आतंकी ठिकानों पर भारत द्वारा किए गए हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच सैन्य कार्रवाई तेज हो गई है। भारत की यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में हुए नरसंहार का एक शक्तिशाली प्रतिशोध थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे, जिनमें से अधिकतर पर्यटक थे।
लेविट ने कहा, “राष्ट्रपति ने कहा है कि वह इस तनाव को जल्द से जल्द कम होते देखना चाहते हैं। वह समझते हैं कि ये दो ऐसे देश हैं जो दशकों से एक-दूसरे के साथ मतभेद रखते हैं, राष्ट्रपति ट्रम्प के ओवल ऑफिस में आने से बहुत पहले से।” लेविट ने कहा, “यह ऐसा मामला है जिसमें विदेश मंत्री और निश्चित रूप से अब हमारे राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार मार्को रुबियो भी बहुत अधिक शामिल रहे हैं।”
वह भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष में मध्यस्थता या उस पर प्रभाव डालने के अमेरिकी प्रयासों के बारे में पूछे गए प्रश्न का उत्तर दे रही थीं। उन्होंने कहा कि ट्रम्प के दोनों देशों के नेताओं के साथ “अच्छे संबंध हैं” और रुबियो “दोनों देशों के नेताओं के साथ लगातार संपर्क में हैं तथा इस संघर्ष को समाप्त करने का प्रयास कर रहे हैं।”
गुरुवार को अमेरिकी विदेश मंत्री रुबियो ने विदेश मंत्री एस जयशंकर और पाकिस्तानी प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से अलग-अलग बात की और तनाव कम करने की आवश्यकता पर बल दिया तथा पाकिस्तान से आतंकवादी समूहों को किसी भी तरह का समर्थन बंद करने के लिए ठोस कदम उठाने का आह्वान दोहराया। इस बातचीत के दौरान, विदेश मंत्री एस जयशंकर ने रुबियो को बताया कि भारत, पाकिस्तान द्वारा स्थिति को बढ़ाने के किसी भी प्रयास का दृढ़ता से मुकाबला करेगा।