नई दिल्ली, 14 जुलाई 2025
त्रिपुरा की 19 वर्षीय छात्रा स्नेहा देबनाथ राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली से लापता हो गई है। पुलिस छह दिनों से स्नेहा की तलाश कर रही है, लेकिन उसकी गुमशुदगी का रहस्य दुखद हो गया है। आज (13 जुलाई) पुलिस को दिल्ली फ्लाईओवर के नीचे उसका शव मिला। शव को पोस्टमॉर्टम के लिए अस्पताल भेज दिया गया है।
दिल्ली विश्वविद्यालय के आत्मा राम सनातन धर्म कॉलेज में पढ़ने वाली स्नेहा देबनाथ 7 जुलाई से लापता है। उसने उस दिन सुबह 5:56 बजे अपने परिवार वालों से आखिरी बार फोन पर बात की थी। उसने बताया था कि वह अपनी दोस्त पितुनिया के साथ सराय रोहिल्ला रेलवे स्टेशन जा रही थी।
हालाँकि, उस दिन वह पिटुनिया से नहीं मिली। स्नेहा का फ़ोन 7 जुलाई की सुबह 8:45 बजे से बंद था। तब से उसका कोई अता-पता नहीं है। इसके बाद, परिवार वालों ने पुलिस को सूचना दी। उन्होंने बताया कि उसने कहा था कि वह एक दोस्त के साथ जा रही है। इस क्रम में जब पुलिस ने पिटुनिया से संपर्क किया, तो उसने बताया कि वह उस सुबह स्नेहा से नहीं मिली थी। आखिरकार, पुलिस की जाँच में पता चला कि एक कैब ड्राइवर ने उसे दिल्ली के सिग्नेचर ब्रिज के पास छोड़ दिया था।
इसके साथ ही दिल्ली पुलिस, राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) और त्रिपुरा पुलिस ने सिग्नेचर ब्रिज और यमुना नदी के आसपास 7 किलोमीटर के दायरे में तलाशी अभियान चलाया। हालांकि, सीसीटीवी कवरेज की कमी के कारण उन्हें तलाशी प्रक्रिया में बाधाओं का सामना करना पड़ा। यह पूरी दिल्ली में चर्चा का विषय बन गया। इस संदर्भ में, स्नेहा का शव पूर्वी दिल्ली के गीता कॉलोनी इलाके में यमुना नदी के किनारे मिला।
दूसरी ओर, उसके कमरे से एक नोट मिला जिसमें लिखा था कि वह आत्महत्या कर रही है। इसमें लिखा था, ‘मैं खुद को असफल और बोझ महसूस कर रही हूं। इस तरह जीना असहनीय हो गया है।’ हालांकि, उनकी बहन बिपाशा देबनाथ ने इस नोट पर संदेह व्यक्त किया और कहा कि नोट बिना पूरी जानकारी के था। ‘अगर आप आत्महत्या करना चाहते हैं, तो घर पर कई तरीके हैं। ऐसी जगह जाने की कोई जरूरत नहीं है जहां कैमरे काम नहीं कर रहे हों। क्या यह योजनाबद्ध था? मुझे समझ नहीं आ रहा?’ इसने कई सवाल खड़े किए।