जयपुर, 10 अगस्त 2025
राजस्थान के भीलवाड़ा जिले में एक व्यक्ति ने शोक पत्र छपवाया और अपनी बेटी का अंतिम संस्कार कर दिया, जबकि वह अभी जीवित थी। पुलिस ने रविवार को बताया कि उसकी बेटी ने अपने परिवार की इच्छा के विरुद्ध विवाह किया था।
घटना आसींद उपखंड के सरेरी गांव की है, जहां भैरूलाल जोशी ने अपनी बेटी पूजा की शादी उसी गांव के निवासी संजय तिवारी के साथ तय की थी। रिश्तेदारों के अनुसार, इस साल अप्रैल में शादी बड़े ही भव्य तरीके से हुई थी, जिस पर लाखों रुपये खर्च हुए थे।
हेड कांस्टेबल श्रवण कुमार ने बताया कि हालांकि, जोशी ने 30 जुलाई को शिकायत दर्ज कराई कि उनकी बेटी, जो 29 जुलाई को भीलवाड़ा के माणिक्य लाल वर्मा कॉलेज में एमए की परीक्षा देने के लिए घर से निकली थी, वापस नहीं लौटी है। कुमार ने कहा, “हमने हर जगह उसकी तलाश की, लेकिन उसका कोई पता नहीं चला। उसका फोन बजता रहा, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला।”
अधिकारी ने कहा, “बाद में जब पुलिस ने उसका पता लगाया, तो पता चला कि उसने अपनी मर्ज़ी से अपने पति के रिश्तेदार सूरज तिवारी से शादी कर ली थी। हमने परिवार को सूचित किया और उनसे कहा कि जब युवती एसपी कार्यालय में आए, तो वे मौजूद रहें।”
4 अगस्त को पूजा एसपी के सामने पेश हुई और उसने पुष्टि की कि उसने अपनी मर्ज़ी से सूरज से शादी की है। पुलिस ने बताया कि उसने अपनी सुरक्षा को लेकर डर जताया था। बाद में पत्रकारों से बात करते हुए जोशी ने कहा, “मेरी बेटी ने थाने आकर हमारे ख़िलाफ़ बयान दिए थे। मुझे बहुत दुख हुआ और हमने अपनी राय में उसे मृत मानने का फ़ैसला किया। मैंने उसके नाम एक शोक संदेश छपवाया है और घर पर 12 दिनों का शोक मना रहा हूँ। 10 अगस्त को मृत्युभोज रखा गया है।”
पर्चे में उसकी शादी की तारीख का उल्लेख है और परिवार के सामने उसे 29 जुलाई को ‘मृत’ घोषित किया गया है। बताया जा रहा है कि गांव वाले और रिश्तेदार शोक समारोह में हिस्सा ले रहे हैं।