
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 15 जुलाई 2025:
यूपी के वाराणसी जिला जेल चौकाघाट में बंद आशुतोष उर्फ मोहित सिंह की संदिग्ध मौत के मामले में मंगलवार को कचहरी में परिजनों ने शव रखकर प्रदर्शन किया। परिजनों ने जेल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवालों की बौछार कर दी। परिजन डीएम को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े रहे वहीं पुलिस उन्हें मनाने में जुटी रही।
बता दें कि दिसंबर 2021 से जेल में बंद आशुतोष पर धारा 376 और पॉक्सो एक्ट के तहत मामला दर्ज था। 14 जुलाई की सुबह उसने सीने में दर्द की शिकायत की। जेल अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद उसे कबीर चौरा मंडलीय अस्पताल लाया गया, जहां जेल प्रशासन के मुताबिक इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। लेकिन परिजनों ने इस दावे को सिरे से खारिज कर दिया। परिजनों का कहना था कि आशुतोष की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो चुकी थी।
जेल के अफसरों पर गुस्साए परिजनों ने मंगलवार को कचहरी पहुंचकर प्रदर्शन शुरू कर दिया। मृतक आशुतोष का शव रखकर प्रदर्शन करते हुए परिजनों ने कहा “जेल प्रशासन ने हमें गुमराह किया, सच्चाई छिपाने के लिए औपचारिकताएं पूरी की गईं,”। प्रदर्शन के दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया। अधिकारियों के समझाने पर मामला शांत हुआ। स्थिति बेकाबू होने की आशंका के बीच भारी पुलिस बल तैनात किया गया। परिजन जिलाधिकारी को मौके पर बुलाने की मांग पर अड़े हैं। पुलिस और परिजनों के बीच वार्ता जारी है, लेकिन गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा हालांकि, मंडलीय अस्पताल के डॉक्टर जयेश मिश्रा ने बताया, आशुतोष को मृत अवस्था में अस्पताल लाया गया था। जिससे मामला और संदिग्ध बन गया है।






