
गोवा, 28 फरवरी 2025
गोवा पर्यटन को झटका लगा है। इस साल राज्य में पर्यटकों की कम संख्या देखी गई, जिससे चिंताएँ बढ़ गई हैं और सोशल मीडिया पर लोगों ने इस गिरावट के लिए कई कारण गिनाए हैं। जहाँ सोशल मीडिया पर लोगों ने अपनी निराशा के लिए होटल और टैक्सी के महंगे किराए को जिम्मेदार ठहराया, वहीं भाजपा विधायक माइकल लोबो का गोवा के पर्यटन संकट पर बिल्कुल अलग दृष्टिकोण है। कलंगुट विधायक ने आवारा कुत्तों से निपटने के लिए सरकारी विभागों के बीच समन्वय की कमी को उजागर किया और साथ ही बीट आउटलेट्स पर बेचे जा रहे ‘इडली-सांभर’ को भी दोषी ठहराया। उन्होंने पर्यटन विभाग से बाहरी लोगों को किराए पर दिए गए झोंपड़ियों के लाइसेंस रद्द करने का आग्रह किया।
विधायक ने कहा कि गोवा के लोगों ने अपने बीच शैक को दिल्ली वालों और अन्य लोगों को किराए पर दे दिया है। उन्होंने कहा कि बेंगलुरू का कोई व्यक्ति बीच पर वड़ा पाव बेच रहा है और कोई इडली-सांभर बेच रहा है। विधायक ने कहा, “आप पर्यटकों को क्या बताने की कोशिश कर रहे हैं? हम किस तरह के पर्यटन को बढ़ावा दे रहे हैं?” उन्होंने कहा कि शैक को गोवा का खाना, दूसरे देशों के व्यंजन, समुद्री भोजन और कॉन्टिनेंटल खाना परोसना चाहिए जो पर्यटकों को पसंद हो।लोबो ने सभी हितधारकों से जिम्मेदारी उठाने और यह स्वीकार करने का आह्वान किया कि उन्होंने ‘गलती की है।’ उन्होंने कहा कि अगर गलतियों को सुधारा नहीं गया और कोई व्यवस्था नहीं बनाई गई तो आने वाले सालों में पर्यटन उद्योग को ‘काले दिन’ देखने पड़ेंगे।
इंडियन एक्सप्रेस ने लोबो के हवाले से लिखा, “मैं इडली-सांभर के खिलाफ नहीं हूं…यह मुख्य सड़क पर उपलब्ध है। लेकिन समुद्र तट पर जो व्यंजन परोसे जाने चाहिए…वह वहां नहीं हैं…स्थानीय व्यंजन और संस्कृति को प्रदर्शित करने के लिए झोपड़ियां दी जाती हैं…क्या हम समुद्र तट पर हैदराबाद या महाराष्ट्र या कर्नाटक की संस्कृति दिखाने जा रहे हैं? मैं सभी की बात नहीं कर रहा हूं, लेकिन कुछ (झोपड़ियां) दूसरों की प्रतिष्ठा खराब कर रही हैं।”
भाजपा विधायक ने समुद्र तटों पर आवारा कुत्तों के घूमने के मुद्दे को भी उजागर किया। उन्होंने कहा कि पर्यटन विभाग का मानना है कि पशुपालन को इससे निपटना चाहिए और पशुपालन चाहता है कि स्थानीय ग्राम पंचायतें इस समस्या से निपटें। उन्होंने कहा, “समुद्र तटों पर कुत्तों के काटने के बहुत से मामले सामने आते हैं, जिससे विदेशी पर्यटक प्रभावित होते हैं।”
स्थानीय टैक्सियों और एग्रीगेटर्स के बीच झड़पों के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि पर्यटकों को अच्छी यादें लेकर वापस जाना चाहिए और इस मुद्दे को हल करने की जरूरत है।






