
नई दिल्ली, 31 मई 2025
पहलगाम हमले पर भारत-पाकिस्तान और ऑपरेशन सिंदूर के तहत दोनों देशों पर बने जंग के हालात के बीच मध्यस्थता के मुद्दे पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से अपने पुराने दावे को दोहराया है। ट्रंप ने शुक्रवार को कहा कि अमेरिका ने भारत और पाकिस्तान के बीच बन रहे जंग के हालात में साफ कह दिया था कि अगर ये हालात जल्द नहीं सुलझते हैं तो हम दोनों देशों के साथ व्यापार नहीं कर पाएंगे। ट्रंप ने ओवल ऑफिस में अरबपति टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा, “हमने भारत और पाकिस्तान को लड़ने से रोका। मेरा मानना है कि यह परमाणु आपदा में बदल सकता था।” एलन मस्क सरकारी दक्षता विभाग का कार्यभार संभालने के बाद ट्रंप प्रशासन छोड़ रहे हैं।
ट्रंप ने कहा कि वह “भारत के नेताओं, पाकिस्तान के नेताओं और अपने लोगों को भी धन्यवाद देना चाहते हैं। हमने व्यापार पर बात की और हमने कहा कि ‘हम उन लोगों के साथ व्यापार नहीं कर सकते जो एक-दूसरे पर गोली चला रहे हैं और संभावित रूप से परमाणु हथियारों का इस्तेमाल कर रहे हैं।'” ट्रम्प ने कहा कि भारत और पाकिस्तान के नेता “महान नेता” हैं और “उन्होंने इसे समझा, और वे सहमत हुए, और यह सब रुक गया”। ट्रंप ने कहा, “हम दूसरों को भी लड़ने से रोक रहे हैं, क्योंकि आखिरकार, हम किसी से भी बेहतर लड़ सकते हैं। हमारे पास दुनिया की सबसे बेहतरीन सेना है। हमारे पास दुनिया के सबसे बेहतरीन नेता हैं।”
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए भीषण आतंकवादी हमले (जिसमें 26 नागरिक मारे गए थे) के लगभग दो सप्ताह बाद भारत ने पाकिस्तान और पाक अधिकृत कश्मीर में आतंकवादी बुनियादी ढांचे को निशाना बनाकर ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। चार दिनों तक सीमा पार से ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद भारत और पाकिस्तान 10 मई को संघर्ष समाप्त करने पर सहमत हुए।
नई दिल्ली में भारतीय सरकार के सूत्रों ने बताया कि भारत और पाकिस्तान के सैन्य संचालन महानिदेशकों (DGMO) के बीच ज़मीन, हवा और समुद्र पर सभी तरह की गोलीबारी और सैन्य कार्रवाइयों को तत्काल प्रभाव से रोकने पर सहमति बन गई है। उन्होंने कहा कि इसमें कोई तीसरा पक्ष शामिल नहीं है। ट्रम्प ने बार-बार दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम करने में मदद की है और उन्होंने परमाणु हथियार संपन्न दक्षिण एशियाई पड़ोसियों से कहा है कि अगर वे संघर्ष बंद कर दें तो अमेरिका उनके साथ खूब व्यापार करेगा।






