
मेरठ, 20 मार्च 2025
बुधवार को एक पादरी को मेरठ में लोगों को ईसाई धर्म अपनाने के लिए वित्तीय प्रलोभन देने के आरोप में गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने बताया कि मेरठ धर्म परिवर्तन मामले का मुख्य आरोपी रवि कुमार आजाद उर्फ रवि पास्टर अगस्त 2024 में मामला दर्ज होने के बाद से फरार था।इससे पहले इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर जेल भेजा जा चुका है।
जिला पुलिस प्रवक्ता के अनुसार, सहारनपुर के कुतुबशेर थाना क्षेत्र के जाटव नगर निवासी आजाद को सुबह गिरफ्तार किया गया।
प्रवक्ता ने बताया कि मेरठ अपराध शाखा के निरीक्षक अनिल कुमार सिंह और योगेश चंद के नेतृत्व में एक विशेष टीम ने एटीएस मेरठ की सहायता से एक गुप्त सूचना के आधार पर कार्रवाई करते हुए सहारनपुर के पैठ बाजार क्षेत्र में भौरा मंदिर चौकी के पास से आजाद को गिरफ्तार कर लिया।
यह मामला 12 अगस्त, 2024 को मनोज त्यागी की शिकायत पर दर्ज किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि आज़ाद और उनके सहयोगी अनुसूचित जाति समुदाय और अन्य सामाजिक पृष्ठभूमि के लोगों को ईसाई धर्म में धर्मांतरण के लिए मजबूर कर रहे थे। उन्होंने दावा किया कि आरोपियों ने उन्हें वित्तीय सहायता का लालच दिया और धर्म स्वीकार करने के लिए मनोवैज्ञानिक दबाव बनाया।
अधिकारी ने बताया कि शिकायत के आधार पर यहां कंकरखेड़ा थाने में उत्तर प्रदेश विधि विरुद्ध धर्म संपरिवर्तन प्रतिषेध अधिनियम, 2021 के तहत आजाद और छह अन्य के खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
मामले की जांच मेरठ क्राइम ब्रांच कर रही है। पांचों आरोपियों को पहले ही जेल भेजा जा चुका है। अधिकारी ने बताया कि मुख्य आरोपी आजाद घटना के बाद से ही फरार था। अधिकारी ने बताया, “पुलिस उसे पकड़ने के लिए लगातार प्रयास कर रही थी, जिसके बाद उसे गिरफ्तार कर लिया गया।”






