
देहरादून, 20 फरवरी, 2025:
उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने विधानसभा में बजट पेश होने के बाद इसे राज्य के रजत जयंती वर्ष में ऐतिहासिक बजट करार दिया। उन्होंने वित्त मंत्री और उनकी टीम को बधाई देते हुए कहा कि यह बजट राज्य सरकार की प्राथमिकताओं और भविष्य की योजनाओं को प्रस्तुत करता है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि इस वर्ष के बजट का आकार एक लाख करोड़ रुपये को पार कर गया है, जो पिछले बजट की तुलना में 13 प्रतिशत अधिक है। उत्तराखंड राज्य के प्रथम बजट से यह 24 गुना बड़ा है। बजट को ईकोलॉजी, इकोनॉमी, इनोवेशन, समावेशी और सतत विकास के साथ-साथ तकनीक और जवाबदेही को ध्यान में रखते हुए तैयार किया गया है।
नवाचार और आत्मनिर्भरता पर आधारित ‘नमो’ थीम
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट ‘नमो’ (नवाचार, आत्मनिर्भर उत्तराखंड, महान विरासत और ओजस्वी मानव संसाधन) की थीम पर आधारित है। उन्होंने बताया कि बजट में ‘ज्ञान’ (गरीब कल्याण, युवा, अन्नदाता और नारी कल्याण) को केंद्र में रखा गया है।
बजट में नई योजनाओं पर विशेष फोकस
-रीवर फ्रंट डेवलपमेंट योजना
-प्रवासी उत्तराखंड परिषद का गठन
-स्मार्ट सिटी परियोजना के तहत इलेक्ट्रिक बसों का संचालन
-खेल विश्वविद्यालय की स्थापना
-होमगार्ड कल्याण कोष का गठन
-पुलिस कर्मियों के लिए रिवॉल्विंग फंड की स्थापना
समग्र विकास और वित्तीय प्रबंधन पर जोर
मुख्यमंत्री ने कहा कि बजट में राज्य के समावेशी और समग्र विकास पर विशेष जोर दिया गया है। उन्होंने वित्तीय प्रबंधन को सुदृढ़ बनाने और राज्य की आय को बढ़ाने पर भी ध्यान केंद्रित करने की बात कही। इसके साथ ही, शिक्षा, ग्रामीण विकास, इंफ्रास्ट्रक्चर, चिकित्सा और उद्योग क्षेत्रों के विकास को भी प्राथमिकता दी गई है।मुख्यमंत्री धामी ने विश्वास जताया कि यह बजट उत्तराखंड को आदर्श राज्य बनाने और देश के अग्रणी राज्यों की श्रेणी में शामिल करने के संकल्प को पूरा करेगा।






