
अंशुल मौर्य
वाराणसी, 9 अप्रैल 2025:
शिवनगरी काशी में बाबा के धाम जाने के लिए जल्द दाल मंडी से चौक थाने तक एक चौड़ी सड़क आकार लेने वाली है। इसके लिए दालमंडी इलाके की तंग गलियां गुजरे अतीत का हिस्सा बन जाएंगी। इस महत्वाकांक्षी योजना के तहत 146 मकानों पर बुलडोजर चलेगा। मंगलवार तक 96 घर चिन्हित कर लिए गए आगे भी ये काम रफ्तार से जारी रहेगा।
सीएम के विजन से मिलेगा नया स्वरूप, धाम तक जाने के लिए तैयार होगा वैकल्पिक मार्ग
यह सड़क दालमंडी से चौक थाने तक जाएगी और बाबा विश्वनाथ के दर्शन के लिए आने वाले भक्तों के लिए वैकल्पिक मार्ग बनेगी। कुल 220 करोड़ रुपये की लागत वाले इस ‘बनारस प्रोजेक्ट’ को 2027 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। योगी के हालिया दौरे के बाद पीडब्ल्यूडी की टीम दिन-रात जुट गई है।
17 मीटर चौड़ी होगी सड़क, सर्वे में अभी तक चिन्हित हुए 96 भवन
मंगलवार देर शाम तक 96 भवनों को चिह्नित किया जा चुका था, और बुधवार तक यह संख्या बढ़ने की उम्मीद है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के सख्त निर्देशों के बाद यह प्रोजेक्ट तेजी से धरातल पर उतर रहा है। करीब 650 मीटर लंबी और 17 मीटर चौड़ी सड़क बनाने का खाका तैयार है, जिसके लिए लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) ने सर्वे और चिह्नीकरण का काम शुरू कर दिया है।
योजना की जद में आएंगे 146 मकान, सभी को मिलेगा मुआवजा
पीडब्ल्यूडी के अवर अभियंता केके सिंह बताते हैं कि हर भवन की लंबाई, चौड़ाई और ऊंचाई नापी जा रही है। एक विशेष रजिस्टर तैयार किया जा रहा है, जिसमें हर मकान का पूरा ब्योरा दर्ज होगा। मुआवजे की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी, ताकि प्रभावित परिवारों को परेशानी न हो। कुल 146 भवन इस योजना की जद में हैं, और सर्वे पूरा होते ही बुलडोजर अपना काम शुरू कर देंगे।
दो करोड़ की पहली किश्त जारी हुई
2024-25 के वित्तीय वर्ष के आखिरी दिन इस प्रोजेक्ट के लिए 220 करोड़ रुपये का बजट मंजूर हुआ, जिसमें से दो करोड़ रुपये की पहली किश्त भी जारी हो चुकी है। अब सर्वे और मुआवजा प्रक्रिया पूरी होते ही भवनों को ढहाने और जमीन को समतल करने का काम शुरू होगा। मुख्यमंत्री खुद इसकी निगरानी कर रहे हैं।
भीड़ नियंत्रण और व्यवस्थित शहर को मिलेगी मदद
दालमंडी इलाका पूर्वांचल की सबसे बड़ी मोबाइल एक्सेसरीज और इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज की थोक मंडी के रूप में मशहूर है। घनी आबादी और संकरी गलियों वाला यह क्षेत्र हमेशा से भीड़भाड़ का शिकार रहा है। शुरुआत में स्थानीय लोगों के कुछ विरोध के स्वर उठे, लेकिन प्रशासन और पुलिस की सख्ती के आगे अब प्रोजेक्ट पटरी पर है। यह नई सड़क न सिर्फ व्यापारियों के लिए राहत लाएगी, बल्कि विश्वनाथ धाम तक पहुंचने वाले श्रद्धालुओं के लिए भी वरदान साबित होगी। भीड़ को नियंत्रित करने और शहर को व्यवस्थित बनाने में यह कदम मील का पत्थर साबित हो सकता है।
कमिश्नर की फटकार के बाद हटाया गया अतिक्रमण
रामनवमी के मौके पर पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल की नजर दालमंडी क्षेत्र के अतिक्रमण पर पड़ी। व्यवस्था को अस्त-व्यस्त देख मौके पर ही उन्होंने चौक इंस्पेक्टर विमल कुमार मिश्रा और चौकी प्रभारी प्रकाश सिंह चौहान को फटकार लगाई और अतिक्रमण हटाने का सख्त आदेश दिया। आदेश का असर दिखा और मंगलवार को पुलिस ने दालमंडी में अतिक्रमण हटाने की मुहिम छेड़ दी। पुलिस का कड़ा रवैया देख कई दुकानदारों ने खुद ही अपने सामान समेटने शुरू कर दिए। देखते ही देखते क्षेत्र की तस्वीर बदल गई।







