
वॉशिंगटन, 9 जुलाई 2025
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ब्रिक्स देशों पर लगाए गए 10% अतिरिक्त टैरिफ को लेकर भारत को भी कठोर चेतावनी दी है। ट्रंप ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर कहा कि ब्रिक्स संगठन अमेरिका के खिलाफ काम कर रहा है और इसमें भारत भी शामिल है, इसलिए उसे किसी तरह की छूट नहीं दी जाएगी।
ट्रंप ने सीधे तौर पर भारत का नाम लेते हुए कहा कि यह संगठन अमेरिकी डॉलर की ताकत को कमजोर करने की कोशिश कर रहा है। रियो डी जेनेरो में हुए हालिया ब्रिक्स समिट के दौरान सदस्य देशों द्वारा अमेरिका की व्यापार नीतियों की आलोचना के बाद ट्रंप ने यह फैसला लिया है। उन्होंने दो टूक कहा, “डॉलर राजा है, और हम इसे ऐसे ही रखेंगे। जो भी इसे चुनौती देगा, उसे भारी कीमत चुकानी होगी।”
इस फैसले के तहत ब्रिक्स के सभी सदस्य देशों पर 10% अतिरिक्त टैरिफ लागू होगा, जिसमें भारत भी शामिल है। ट्रंप ने स्पष्ट किया कि इस नीति में कोई अपवाद नहीं होगा। हालांकि अमेरिकी ट्रेजरी सचिव स्कॉट बेसेंट ने बताया कि यह टैरिफ 1 अगस्त से लागू होगा, जिससे कूटनीतिक बातचीत के लिए कुछ समय मिल सके।
ट्रंप प्रशासन की इस नीति का असर सिर्फ भारत ही नहीं बल्कि जापान और दक्षिण कोरिया जैसे सहयोगी देशों पर भी पड़ सकता है। इन दोनों देशों को हाल ही में भेजे गए नोटिफिकेशन में 25% से 40% तक के आयात शुल्क का उल्लेख किया गया है। इस पर प्रतिक्रिया देते हुए जापान और दक्षिण कोरिया ने अमेरिका से बातचीत करने की बात कही है।
ट्रंप ने तांबे के आयात पर 50% और फार्मा उत्पादों पर 200% तक टैरिफ बढ़ाने के भी संकेत दिए हैं। उनका मानना है कि इन कदमों से अमेरिकी उद्योगों को मजबूत किया जा सकेगा और वैश्विक स्तर पर डॉलर की श्रेष्ठता बरकरार रखी जा सकेगी।
भारत सरकार की ओर से अब तक इस पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि यह फैसला भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों को प्रभावित कर सकता है।