
हरेंद्र दुबे
गोरखपुर, 26 जून 2025:
यूपी के गोरखपुर जिले की चौरीचौरा थाने की पुलिस ने दस दिन की जांच में बुजुर्ग राजेन्द्र यादव की हत्या का खुलासा कर दिया। वारदात में मृतक के बेटे ने 10 लोगों को नामजद किया था लेकिन गहराई से हुई पड़ताल में पासा पलट गया और पुलिस के सामने बेटे धर्मेंद्र ने खुद ही जुर्म कुबूल कर लिया इस तरह दस बेकसूर जेल जाने से बच गए और आरोपी भी पकड़ लिया गया।
चौरीचौरा थाना क्षेत्र में 16 जून को कुल्हाड़ी से वारकर की गई थी हत्या
बता दें कि गत 16 जून को चौरीचौरा में रहने वाले 65 वर्षीय बुजुर्ग राजेंद्र यादव की कुल्हाड़ी से वारकर हत्या कर दी गई थी। इस सम्बंध में उसके बेटे धर्मेंद्र यादव ने थाने में नामजद तहरीर दी थी। पुलिस ने उसकी तहरीर के आधार पर केस दर्ज कर लिया। पुलिस ने आरोपियों को हिरासत में लिया और पूछताछ शुरू कर दी। पुलिस लाइन में मीडिया से रूबरू हुए एसएसपी राज करन नैय्यर ने जांच व उसके नतीजों का खुलासा किया।
मृतक के बेटे ने दस लोगों को किया था नामजद,
सीन रीक्रिएशन में पुलिस को हुआ शक
एसएसपी ने बताया कि घटना का सीन रीक्रिएशन किया गया। इस दौरान पुलिस ने आरोपियों से भी कई दफा पूछताछ की और उनकी लोकेशन घटनास्थल पर आने जाने के रास्ते और वहां मौजूदगी के साक्ष्य जुटाए गए। इस दौरान जांच में लगी टीम को शक हुआ कि राजेंद्र यादव की हत्या उसके किसी करीबी नहीं की थी। आखिरकार पुलिस ने मुकदमा दर्ज कराने वाले धर्मेंद्र यादव से पुलिस ने कड़ाई से पूछताछ की। एसपी नार्थ जितेंद्र कुमार श्रीवास्तव, क्षेत्राधिकारी चौरी चौरा अनुराग कुमार की अगुवाई में टीम ने सख्त पूछताछ की तो उसने जुर्म कबूल कर लिया।
फटकार से नाराज होकर बेटे ने पिता की ली थी जान
मृतक के बेटे धर्मेंद्र ने पुलिस को बताया कि उसकी पत्नी की तबीयत खराब रहती थी वह काफी दिन से घर पर ही रह रहा था। पिता द्वारा बाहर जाकर पैसे कमाने हेतु डाटा फटकारा जा रहा था। इसी से नाराज होकर उसने कुल्हाड़ी से वार कर पिता की हत्या कर दी और खुद वादी बनकर गांव के ही अन्य लोगों के विरुद्ध हत्या करने का आरोप लगाते हुए मुकदमा दर्ज करा दिया। पुलिस ने बताया कि निष्पक्ष सटीक जांच की वजह से घटना का सही खुलासा हुआ है और 10 निर्दोष लोग जेल जाने से बच गए। पुलिस ने आरोपी धर्मेंद्र को जेल रवाना कर दिया है।






