
लखनऊ, 23 जुलाई 2025:
यूपी सरकार ने तकनीकी शिक्षा के क्षेत्र में एक बड़ा कदम उठाते हुए प्रदेश के 121 राजकीय पॉलीटेक्निक संस्थानों को टाटा टेक्नोलॉजी लिमिटेड (टीटीएल) के सहयोग से अपग्रेड करने के प्रस्ताव को मंजूरी दे दी है। सीएम योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में हुई कैबिनेट बैठक में इस योजना को हरी झंडी दी गई। इस पर 6935 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे।
कैबिनेट का फैसला, टीटीएल का मिलेगा सहयोग
प्राविधिक शिक्षा विभाग के डिप्लोमा सेक्टर में चल रहे पुराने पाठ्यक्रमों को आधुनिक तकनीकों के अनुरूप बदला जाएगा। इसके तहत इन संस्थानों को “टाटा टेक्नोलॉजी एक्सीलेंस सेंटर” के रूप में विकसित किया जाएगा। यहां आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI), इंटरनेट ऑफ थिंग्स (IoT), डाटा साइंस, रोबोटिक्स, साइबर सिक्योरिटी, वेब डिजाइनिंग जैसे एक दर्जन आधुनिक कोर्स शुरू किए जाएंगे।
तकनीकी शिक्षा को मिलेगा नया आयाम
यूपी के प्राविधिक शिक्षा मंत्री आशीष पटेल ने बताया कि प्रत्येक पॉलीटेक्निक संस्थान के उन्नयन पर 57 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जिसमें से 87 प्रतिशत राशि टाटा टेक्नोलॉजी और 13 प्रतिशत राज्य सरकार वहन करेगी। इस सहयोग से संस्थानों में अत्याधुनिक मशीनें, वर्कशॉप, लाइब्रेरी और सॉफ्टवेयर की व्यवस्था की जाएगी। पहले चरण में 45 पॉलीटेक्निक संस्थानों को उन्नत किया जाएगा, जिससे प्रदेश के युवाओं को वैश्विक मानकों के अनुरूप तकनीकी शिक्षा और प्रशिक्षण प्राप्त हो सकेगा।
विभागीय अधिकारियों के मुताबिक इस प्रोजेक्ट में टाटा के नेतृत्व में 15 कंपनियों का कंसोर्टियम शामिल है। इनमें राफेल विमान बनाने वाली फ्रांस की दसॉल्ट सिस्टम्स, अमेरिका की डेल आईएनसी और थ्रीडी सिस्टम जैसी प्रमुख वैश्विक कंपनियां भी भागीदारी निभाएंगी।






