नई दिल्ली, 21 मई 2025
देश में पहलगाम में हुए आतंकवादी हमले को लेकर दुनियाभर के समर्थन जुटाने के लिए कांग्रेस ने एक बार फिर मोदी सरकार पर तीखा हमला बोला है। कांग्रेस ने कहा कि नरेंद्र मोदी सरकार की विदेश नीति पूरी तरह से विफल है, उन्होनें प्रधानमंत्री की लगातार विदेशों की यात्राओं पर भी सवाल खड़े किए है। विपक्ष ने तर्क दिया कि पीएम मोदी की विदेशी यात्राएं देश के लिए कोई ठोस लाभ पहुंचाने के बजाय केवल ‘फोटो खिंचवाने के अवसरों’ तक ही सीमित लगती हैं।
इस मुद्दे को लेकर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की विदेश नीति पर तीखा हमला किया और उनकी विदेश नीति को लेकर सवाल उठाए है। खड़गे ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की 10 यात्राओं सहित 72 देशों की 151 विदेश यात्राओं के बावजूद भारत वैश्विक मंच पर अलग-थलग पड़ गया है। खड़गे ने आश्चर्य जताया कि क्या प्रधानमंत्री मोदी की यात्राओं से भारत की वैश्विक प्रतिष्ठा को कोई सार्थक परिणाम मिले हैं। उन्होंने उन पर कूटनीतिक उपलब्धियों की तुलना में फोटो खिंचवाने के अवसरों को प्राथमिकता देने का आरोप लगाया। खड़गे ने पूछा, “क्या प्रधानमंत्री का काम विदेशी देशों में जाकर केवल फोटो खिंचवाना है?”
इस बीच, अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा पाकिस्तान को हाल ही में दिए गए 1.4 बिलियन डॉलर के बेलआउट ऋण ने आलोचना को और बढ़ा दिया है, तथा कई लोग इस बात पर आश्चर्य व्यक्त कर रहे हैं कि क्या भारत की विदेश नीति वांछित परिणाम दे रही है।
पार्टी के वरिष्ठ नेता खड़गे ने पाकिस्तान को आईएमएफ से मिलने वाले अनुदान और आतंकवाद विरोधी अभियानों के दौरान अचानक युद्ध विराम की घोषणा को भारत के घटते प्रभाव के उदाहरण के रूप में रेखांकित किया। उन्होंने भारत-पाकिस्तान युद्ध विराम के लिए मध्यस्थता करने के अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के दावों पर ध्यान न देने के लिए मोदी की आलोचना की, जिससे भारत की विदेश नीति में स्पष्टता और पारदर्शिता की कमी का संकेत मिलता है।
खड़गे ने अपने एक्स पर एक पोस्ट में तंज कसते हुए कहा, “आईएमएफ ने पाकिस्तान को 1.4 बिलियन डॉलर का बेलआउट लोन दिया है। लेकिन किसी ने भी भारत के रुख का समर्थन नहीं किया। जब हमारे बहादुर सशस्त्र बल आतंकवादियों के खिलाफ अभियान चला रहे थे, तब अचानक युद्ध विराम की घोषणा कर दी गई। अमेरिकी राष्ट्रपति ने यह कहकर हमारे देश का अपमान किया है कि “मैंने भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम की मध्यस्थता की” और इसे कम से कम 7 बार दोहराया। खड़गे ने आगे कहा कि पूरा देश आतंकवाद विरोधी प्रयासों के पीछे है, लेकिन पीएम मोदी द्वारा ट्रम्प के दावों का जवाब देने में विफलता ‘हैरान करने वाली’ है। उन्होंने कहा, ‘‘आतंकवादियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई में पूरा देश एकजुट था, लेकिन मोदी जी अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप के बयानों के बारे में देश की जनता को अभी तक स्पष्टता न देकर इस मुद्दे को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।’’
इससे पहले आज कर्नाटक में एक कार्यक्रम में बोलते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कश्मीर की स्थिति से निपटने के मोदी सरकार के तरीके पर सवाल उठाते हुए कहा, “कश्मीर में 26 लोग इसलिए मारे गए क्योंकि सरकार पर्यटकों को पर्याप्त सुरक्षा मुहैया कराने में विफल रही। सरकार ने पहलगाम में संभावित खतरों के बारे में पर्यटकों को चेतावनी क्यों नहीं दी? अगर उन्होंने ऐसा किया होता, तो इन लोगों की जान बचाई जा सकती थी।”
खड़गे के बयान में पर्यटकों की सुरक्षा सुनिश्चित करने में सरकार की कथित विफलता तथा दुखद जीवन हानि को रोकने में उसकी संभावित भूमिका पर प्रकाश डाला गया है। बता दे कि सरकार ने बीते दिनों देश में हुए आतंकवादी हमले में पाकिस्तान को दुनिया के सामने बेनकाब करने के लिए सरकार ने 7 प्रतिनिधिमंडल बनाए गए हैं जिसमें कुल 59 सदस्य शामिल है, जो दुनिया के 33 देशों में जाकर पाकिस्तान व्दारा आतंकवादियों को मद्द और सरक्षण देने जैसे और पहलगाम में हुए हमले के विषय़ में जानकारी देंगे ।