भागलपुर, 2 दिसंबर, 2024
भागलपुर के पुलिस जिला नवगछिया में अपहरण के 12 घंटे के अंदर पुलिस ने 7 वर्षीय बालक को शकुशल बरामद कर लिया, जमीन रजिस्ट्री के लिए रखे गए पैसे को लेकर नाबालिक का अपहरण किया गया था पूरे मामले से पुलिस ने पर्दा हटा दिया है, दरअसल नवगछिया के झंडापुर थाना क्षेत्र से एक सात वर्षीय बच्चे का अपहरण किया गया उसे छोड़ने के एवज में 22 लाख रुपये की फिरौती की मांग की गई थी, यह मांग सोशल मीडिया एप्प व्हाट्सएप के माध्यम से की गई थी, घटना के सामने आते ही पुलिस एक्शन मोड में आ गई, और बच्चे की सकुशल बरामदगी के लिए छापेमारी शुरू कर दी।
मामले में नवगछिया एसपी पूरण कुमार झा ने प्रेस वार्ता कर पूरे घटनाक्रम को बताया, उन्होंने कहा कि घटना शनिवार दोपहर करीब 1:30 बजे की है, झंडापुर निवासी दीपक कुमार जो हार्डवेयर के व्यवसाई है उनका पुत्र दिव्यांश बिहपुर स्कूल से लौट रहा था तभी इमली चौक के पास उसका अपहरण कर लिया गया था। अपहरण के बाद पीड़ित से व्हाट्सएप कॉल के जरिए 22 लाख रुपए फिरौती मांगी जा रही थी। सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए जिले के आसपास के थानों को सूचित किया और सीमा को सील कर सघन वाहन जांच शुरू कर दी।
इसके साथ ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी ओम प्रकाश के नेतृत्व में विशेष टीम का गठन किया गया। पुलिस ने तकनीकी और मानवीय सूत्रों के आधार पर जांच शुरू की जिससे पता चला कि अपहृत बच्चे को नवगछिया के मक्खातकिया इलाके में रखा गया था। जैसे ही पुलिस ने नवगछिया थाना क्षेत्र में दबिश दी, तो बच्चे को जिला से बाहर करने की कोशिश की जा रही थी मगर दबिश के बाद बच्चे को अपहर्ताओं से मुक्त कर लिया गया। नवगछिया पुलिस ने 12 घंटे के अंदर ही अपहृत बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया।
पुलिस अधीक्षक पूरण झा ने बताया कि अपहरणकर्ता ने बच्चे के परिवार को व्हाट्सएप पर उसका फोटो भेजकर 22 लाख रुपये की फिरौती की मांग की थी। पुलिस ने मकान की पहचान कर मकान मालकिन को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी और अपहरणकर्ताओं की पहचान की जा रही है। जानकारी देते हुए बताया कि बच्चे से जब घटना की जानकारी ली गई तो बच्चे ने बताया कि दो महिला के द्वारा उसे ऑटो पर बैठकर लाया गया था जहां बच्चों को रखा गया था वहां के मकान मालिक और महिलाओं से पूछताछ की जा रही है। पुलिस की तत्परता से बच्चे को सकुशल बरामद कर लिया गया, जिसकी सराहना की जा रही है।
घटना को लेकर बताया जा रहा है कि अपहृत बच्चे के पिता सोमवार को एक जमीन रजिस्ट्री करने वाले थे जिसको लेकर उन्होंने 22 लाख रुपया रखा था, इसकी जानकारी टोटो चालक को थी इसलिए टोटो चालक ने बच्चों का अपहरण कर उसके पिता से 22 लाख रुपए रंगदारी मांगी थी, वहीं एसपी ने जानकारी देते हुए बताया कि टोटो चालक द्वारा पहले भी इस तरह की घटना को अंजाम दिया गया है। अपहरण करने में इस्तेमाल किये गए टोटो को भी बरामद कर लिया गया है, चालक और संदिग्ध की गिरफ्तारी भी जल्द की जाएगी।