सरकारी स्कूल में टीचर का ‘ज्ञान’: दारू न मिलने से हाथ-पैर फूलने की नई परिभाषा !

mahi rajput
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पटना,19 अक्टूबर 2024

बिहार के पूर्वी चंपारण जिले के एक सरकारी स्कूल में एक महिला टीचर ने चौथी क्लास के बच्चों को हिंदी मुहावरों का अर्थ समझाने के लिए शराब से जुड़े उदाहरण इस्तेमाल किए। ब्लैकबोर्ड पर लिखी तस्वीरें वायरल होने के बाद शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है। ढाका प्रखंड के जमुआ मध्य विद्यालय की घटना है। यहां चौथी कक्षा के बच्चों को हिंदी पढ़ाते समय शिक्षिका विनीता कुमारी ने ब्लैकबोर्ड पर मुहावरों का अर्थ समझाने के लिए शराब से जुड़े उदाहरण लिखे। इन उदाहरणों में ‘हाथ-पैर फूलना’ का अर्थ ‘समय पर दारू का न मिलना’, ‘कलेजा ठंडा होना’ का अर्थ ‘एक पैग गले के नीचे उतारना’ और ‘नेकी कर दरिया में डाल’ का अर्थ ‘फ्री में दोस्तों को पिलाना’ बताया गया। अब बिहार शिक्षा विभाग में हड़कंप मच गया है।

सरकारी स्कूल में टीचर के ‘ज्ञान’ से हड़कंप

मामले की गंभीरता को देखते हुए ढाका के प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी अखिलेश कुमार ने तुरंत संज्ञान लिया। उन्होंने स्वीकार किया कि जमुआ मध्य विद्यालय में छात्रों को हिंदी पढ़ाते समय ब्लैकबोर्ड पर शराब के उदाहरण दिए गए थे। अखिलेश कुमार ने बताया कि शिक्षिका विनीता कुमारी ने फोन पर माफी मांगी है।

डिपार्टमेंट ने टीचर से एजुकेशनल सर्टिफिकेट मांगा

स्कूल की प्रधानाध्यापिका सुलेखा झा ने भी इस घटना पर दुख जताया है। उन्होंने स्वीकार किया कि चौथी कक्षा के बच्चों को शराब से जुड़े उदाहरण देकर पढ़ाया गया था। जिला शिक्षा पदाधिकारी संजीव कुमार ने भी इस मामले में कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने कहा कि विनीता कुमारी नाम की शिक्षिका के द्वारा यह पाठ पढ़ाया गया है। उनसे सभी शैक्षणिक एवं अन्य प्रमाण पत्र के साथ स्पष्टीकरण की मांग की गई है।

मीडिया ने आरोपी शिक्षिका विनीता कुमारी से संपर्क करने की कोशिश की, लेकिन उनसे बात नहीं हो पाई। ये घटना बिहार में शिक्षा व्यवस्था की स्थिति पर सवाल खड़े करती है। जहां एक तरफ सरकार शिक्षा के स्तर को सुधारने के लिए तमाम दावे करती है, वहीं दूसरी तरफ सरकारी स्कूलों में इस तरह की घटनाएं देखने को मिलती हैं।

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