नई दिल्ली, 16 जून 2025
देश में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशी घुसपैठिये पर जारी कार्यवाही में पुलिस को एक बार फिर देश की राजधानी दिल्ली में बड़ी सफलता हाथ लगी है। सोमवार को दिल्ली के उत्तर-पश्चिम जिले के विदेशी प्रकोष्ठ ने राजधानी में अवैध रूप से रह रहे 36 बांग्लादेशी नागरिकों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किए गए अवैध बांग्लादेशी में 17 नाबालिग शामिल हैं।
उत्तर-पश्चिम दिल्ली के भारत नगर इलाके में अवैध रूप से रह रहे बांग्लादेशियों के बारे में विशेष खुफिया जानकारी मिलने के बाद 13 जून को छापेमारी की गई। सघन तलाशी अभियान के दौरान करीब 25 फुटपाथों और 32 गलियों की गहन जांच की गई। अवैध प्रवासियों को विस्तृत पूछताछ और दस्तावेजीकरण के लिए हिरासत में लिया गया। उनके पास से प्रतिबंधित IMO ऐप वाले कुल 7 स्मार्टफोन और 13 बांग्लादेशी आईडी कार्ड बरामद किए गए। अवैध बांग्लादेशियों पर यह कार्रवाई दिल्ली सरकार द्वारा राजधानी में अवैध रूप से रह रहे विदेशी नागरिकों का पता लगाने, उनकी पहचान करने और उन्हें बाहर निकालने के अभियान का हिस्सा है।
कई दिनों तक लगातार मैनुअल और तकनीकी निगरानी के बाद यह कार्रवाई शुरू की गई। दिल्ली पुलिस के विदेशी प्रकोष्ठ को 13 जून को वजीरपुर इलाके में अवैध बांग्लादेशी नागरिक के रहने की विश्वसनीय सूचना मिली। इस सूचना पर कार्रवाई करते हुए, टीम ने इलाके की घेराबंदी की और व्यापक सत्यापन अभियान चलाया।
ऑपरेशन के दौरान एक संदिग्ध व्यक्ति को पकड़ा गया और उससे विस्तृत पूछताछ की गई। उसने शुरू में टीम को गुमराह करने की कोशिश की, लेकिन बार-बार पूछताछ के बाद उसने हार मान ली। उसने स्वीकार किया कि वह भारत में अवैध रूप से रहने वाला एक बांग्लादेशी नागरिक है। उसके खुलासे और राज उगलने के बाद कार्रवाई तेज हुई और तीन दर्जन से अधिक बांग्लादेशियों को गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली के वजीरपुर जेजे कॉलोनी में 19 वयस्कों और 17 बच्चों सहित कुल 36 व्यक्ति बांग्लादेशी नागरिक पाए गए, जो बिना किसी वैध यात्रा दस्तावेज, वीजा या परमिट के रह रहे थे, जो विदेशी अधिनियम, 1946 के प्रावधानों का उल्लंघन था।
पूछताछ के दौरान, उन्होंने खुलासा किया कि वे पहले हरियाणा के मेवात में एक ईंट निर्माण इकाई में काम करते थे और डर के मारे इलाके से भाग गए थे। उन्होंने स्वीकार किया कि पकड़े जाने से बचने के लिए वे फुटपाथ पर अपना ठिकाना बदलते रहते थे और किराए का मकान पाने की फिराक में थे।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, अवैध बांग्लादेशी निवासियों को वापस भेजने की प्रक्रिया जल्द ही शुरू हो जाएगी। साथ ही, अवैध आव्रजन और विदेशी नागरिकों को शरण देने वाले नेटवर्क पर शिकंजा कसने की कार्रवाई आने वाले दिनों में और तेज होने वाली है।