नई दिल्ली, 2 जूलाई 2025
अमेरिका एक बार फिर अपने टैरिफ वॉर से कई देशों को कड़ी चेतावनी दी है। हाल ही में रूस के साथ कारोबारी रिश्ते रखने वाले देशों को लेकर अमेरिका ने फिर वही पुराना राग आलापा है। अमेरिका में रिपब्लिकन सीनेटर लिंडसे ग्राहम ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने ‘सैंक्शनिंग रशिया एक्ट ऑफ 2025’ (एक ऐसा बिल जो अन्य देशों खासकर भारत, चीन, ईरान और यूरोपीय देशों पर 500 फीसदी टैरिफ लगाएगा, अगर वे रूस से तेल, गैस और यूरेनियम जैसे उत्पाद खरीदते हैं) को पेश करने को मंजूरी दे दी है। उन्होंने कहा कि ट्रंप के समर्थन से वह अगस्त में अमेरिकी सीनेट में यह बिल पेश करेंगे। यह रूस को आर्थिक संकट में डालने की अमेरिका की कोशिशों में से एक लग रहा है।
इस बीच लिंडसे ने स्पष्ट किया कि भारत और चीन जैसे देश रूस से 70% तक तेल आयात करते हैं, जिससे रूस को बड़ी आर्थिक ताकत मिलती है और इसे रोकने के लिए ऐसी सख्त नीतियों की जरूरत है। अगर यह विधेयक लागू होता है तो इसका भारत और चीन पर गंभीर असर पड़ेगा, जो रूस से बड़ी मात्रा में कच्चा तेल खरीदते हैं। साथ ही, ऐसा लगता है कि लिंडसे यूक्रेन का समर्थन करने वाले देशों के लिए एक और समझौते का प्रस्ताव रखेंगे।
हालांकि, दूसरी ओर ट्रंप ने घोषणा की कि भारत के साथ जल्द ही कम टैरिफ के साथ एक विशेष व्यापार समझौते पर हस्ताक्षर होने की संभावना है। ट्रंप ने कहा, “हम भारत के साथ एक नया समझौता तैयार कर रहे हैं। अगर वे सहमत होते हैं, तो इसके साथ ही कम टैरिफ लगाने की भी संभावना होगी।” दोनों देश 9 जुलाई तक इस समझौते पर हस्ताक्षर करने की कोशिश कर रहे हैं। इस संदर्भ में ट्रंप प्रशासन का भारत के प्रति अलग नजरिया है। एक ओर जहां रूस के साथ संबंधों पर दबाव बढ़ रहा है, वहीं दूसरी ओर द्विपक्षीय दोस्ती को मजबूत करने के अवसर भी हैं।