वॉशिंगटन, 30 जून 2025 —
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने स्पष्ट किया है कि अमेरिका द्वारा कई देशों पर लगाए गए टैरिफ (आयात शुल्क) पर 90 दिन की रोक की समयसीमा 9 जुलाई से आगे नहीं बढ़ाई जाएगी। व्हाइट हाउस में आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में ट्रंप ने कहा कि जिन देशों ने अभी तक अमेरिका के साथ व्यापार समझौता नहीं किया है, उन्हें जल्द ही हाई टैरिफ लागू होने की सूचना दे दी जाएगी।
ट्रंप ने कहा कि उनके प्रशासन ने 90 दिनों में 90 व्यापार समझौते करने का लक्ष्य रखा था, लेकिन सभी देशों से अलग-अलग बात करना बेहद कठिन है। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर कोई देश सकारात्मक रवैया नहीं दिखाता, तो उसे 25, 35, 50 या 10 प्रतिशत तक के टैरिफ का सामना करना पड़ सकता है। ट्रंप ने दो टूक कहा, “हमें फर्क नहीं पड़ता कौन क्या सोचता है, हम हाई टैरिफ वाला पत्र भेज देंगे।”
फॉक्स न्यूज को दिए इंटरव्यू में ट्रंप ने यह भी कहा कि टिकटॉक को लेकर एक खरीदार मिल गया है और चीन की मंजूरी का इंतजार है। उन्हें उम्मीद है कि राष्ट्रपति शी चिनफिंग इसे मंजूरी देंगे। उन्होंने ईरान पर भी सख्त रुख अपनाते हुए कहा कि अमेरिका ने ईरान की परमाणु सुविधाओं को पूरी तरह नष्ट कर दिया है।
ट्रंप के अनुसार, ईरान परमाणु हथियार बनाने के बेहद करीब था, लेकिन उनके आदेश के बाद की गई कार्रवाई ने ईरान की महत्वाकांक्षाओं पर विराम लगा दिया। उन्होंने दावा किया कि यह हमला पहले की किसी भी कार्रवाई से कहीं अधिक प्रभावी था।
इस पर ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई ने सोशल मीडिया पर कहा कि ट्रंप सच्चाई छिपा रहे हैं। वहीं, संयुक्त राष्ट्र में ईरान के राजदूत ने जोर देकर कहा कि उनका परमाणु कार्यक्रम पूरी तरह शांतिपूर्ण है और यूरेनियम संवर्धन उनका अधिकार है, जिसे वे नहीं छोड़ेंगे।
ट्रंप के इन बयानों से वैश्विक व्यापार और सुरक्षा मामलों में हलचल तेज हो गई है, खासकर जब 9 जुलाई की डेडलाइन नजदीक है।