
मुजफ्फरनगर, 14 जनवरी 2025:
पूर्व केंद्रीय मंत्री और सांसद संजीव बालियान की Y श्रेणी सुरक्षा हटा ली गई है। अब उनके साथ एस्कॉर्ट भी तैनात नहीं रहेगा। बालियान ने हाल ही में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर अपनी सुरक्षा वापस लेने और पुलिस के रवैये पर नाराजगी जताई है।
बालियान ने आरोप लगाया कि पुलिस ने खानुपुर गांव में मंदिर और धर्मशाला की जमीन पर अवैध कब्जे में मदद की है। रविवार को मंसूरपुर थाने में पहुंचकर उन्होंने पुलिस पर भ्रष्टाचार और डिस्टलरी के पक्ष में काम करने के गंभीर आरोप लगाए थे।
उन्होंने पत्र में लिखा, “मुझे अपनी सुरक्षा की चिंता नहीं है, लेकिन यदि पुलिस मेरे साथ ऐसा कर सकती है, तो आम जनता और बीजेपी कार्यकर्ताओं के साथ क्या करेगी?”
रविवार को जब बालियान समर्थकों के साथ मंसूरपुर थाने पहुंचे, तो उनकी थाना प्रभारी उमेश कुमार से बहस हो गई। बालियान ने पुलिस पर ग्रामीणों को डराकर फर्जी मुकदमे दर्ज कराने का भी आरोप लगाया।
उन्होंने कहा, “बीजेपी सरकार में अगर पुलिस मंदिर की जमीन पर कब्जा कराने में मदद करेगी, तो यह बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” इस पर थाना प्रभारी का कहना था कि पुलिस केवल कोर्ट के आदेशों का पालन कर रही है।
बालियान ने सीएम योगी से मांग की है कि मंदिर और धर्मशाला की जमीन पर हो रहे कब्जे को रोका जाए और पुलिस के रवैये पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने पत्र में साफ किया कि उनकी चिंता अपनी सुरक्षा को लेकर नहीं, बल्कि पार्टी कार्यकर्ताओं और जनता के प्रति पुलिस के रवैये पर है।
खानुपुर गांव में ग्रामीणों और मंसूरपुर डिस्टलरी के बीच जमीन विवाद चल रहा है। बालियान ग्रामीणों के समर्थन में खड़े हैं और उन्होंने पुलिस पर डिस्टलरी के पक्ष में अन्याय करने का आरोप लगाया है।
